युवा बांग्लादेशी बल्लेबाज महमदुल्लाह रियाद शतक से चूक जाने के बावजूद आज बेहद खुश हैं क्योंकि उन्होंने दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के पहले दिन अपनी टीम की तरफ से सर्वाधिक नाबाद 96 रन बनाये और भारतीय खिलाड़ियों ने भी उनकी पारी की तारीफ की।
महमदुल्लाह ने पहले दिन के खेल के बाद पत्रकारों से कहा कि युवराजसिंह और हरभजनसिंह ने पारी समाप्त होने के बाद उनकी पीठ थपथपाई।
चटगाँव में महेंद्रसिंह धोनी को अपना आदर्श बताने वाले महमदुल्लाह ने कहा कि युवराज ने कहा कि यह बहुत अच्छी पारी थी और मैं शतक का हकदार था। भज्जी ने कहा कि बहुत अच्छा खेले। मैं बहुत खुश हूँ।
महमदुल्लाह को लगता है कि उनके शीर्ष क्रम की बल्लेबाजी में कुछ गड़बड़ है क्योंकि चटगाँव में पहले टेस्ट मैच भी उनके चोटी के बल्लेबाज नहीं चल पाए थे। उन्होंने कहा कि बल्लेबाज नेट्स पर इन समस्याओं से निजात पाने की कोशिश कर रहे हैं। मुझे लगता है कि वे फार्म में वापसी करने में सफल रहेंगे।
उन्होंने कहा कि अपना पहला टेस्ट शतक नहीं लगा पाने से वह निराश नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मैं शतक नहीं जमा पाने के कारण निराश नहीं हूँ। मुझे खुशी है कि मैंने टीम को शुरू में विकेट गँवाने के बावजूद अच्छे स्कोर तक पहुँचाया। (भाषा)