- वेबदुनिया न्यूज वेस्टइंडीज ने दूसरे एक दिवसीय मैच में पलटवार करते हुए भारत को 8 विकेट से हरा दिया। जीत के लिए मिले 189 रनों के लक्ष्य को मेजबान टीम ने 34.1 ओवर में 2 विकेट ( गेल 64, सरवन 15) खोकर अर्जित कर लिया। मोर्टन ने नाबाद 85 रन बनाए।
इससे पूर्व महेन्द्रसिंह धोनी की कप्तानी पारी (95) और आरपी सिंह (23) के साथ नौवें विकेट के लिए की गई 101 रनों की साझेदारी का ही नतीजा रहा कि भारत वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे वनडे मैच में 48.2 ओवर में 188 रन बनाने में सफल रहा।
भारतीय टीम के कप्तान महेन्द्रसिंह धोनी ने सिक्का जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया, लेकिन 82 रन के भीतर ही आठ विकेट आउट हो चुके थे। धोनी और आरपी बड़ी साझेदारी नहीं निभाते तो भारत 100 के भीतर ही पैवेलियन में नजर आता। युवराज सिंह (35) को छोड़कर शेष 7 बल्लेबाज दोहरी संख्या तक भी नहीं पहुँच सके।
वेस्टइंडीज की तरफ से रामपॉल ने 37 रन देकर 4, ड्वेन ब्रावो ने 27 रन देकर 3 और जेरोम टेलर ने 35 रन देकर 3 विकेट लिए। वेस्टइंडीज के गेंदबाजों ने विकेट से मिलने वाली शुरुआती स्पिन का भरपूर लाभ उठाया और कुल 7 रन के भीतर ही भारत के तीन बल्लेबाजों को पैवेलियन भेज दिया था।
भारत की शुरुआत निराशाजनक ढंग से हुई और टेलर के पहले ही ओवर की पाँचवीं गेंद पर दिनेश कार्तिक कट करने के प्रयास में विकेटकीपर दिनेश रामदीन को कैच थमा बैठे। तब भारत और कार्तिक का स्कोर केवल 4 रन था।
मैच के दूसरे ही ओवर में रामपॉल ने अपनी स्विंग गेंदबाजी से भारत के 2 विकेट झटक लिए। पहले उन्होंने तीसरी गेंद पर गौतम गंभीर को विकेटकीपर के दस्तानों में समाया। गंभीर को खाता खोलने का मौका भी नहीं मिला।
रामपॉल के इसी ओवर की पाँचवीं गेंद को बेवजह छेड़खानी करने गए रोहित शर्मा (0) को भी मोर्टन ने लपका। इस तरह 2 ओवर में भारत 7 रन के कुल स्कोर पर तीन कीमती बल्लेबाज खो चुका था।
भारत की लचर बल्लेबाजी का नजारा आज सबीना पार्क पर दिखाई दिया और वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज रामपॉल ने सधी हुई लाइन-लेंग्थ से सबको चकित कर दिया। भारत के 6 बल्लेबाज ऐसे रहे, जो 7 की रन की संख्या से आगे नहीं बढ़ पाए।
भारत का पाँचवाँ विकेट युवराजसिंह (35) के रूप में पैवेलियन लौटा। उन्हें टेलर की गेंद पर कीपर रामदीन ने लपका। इसके बाद तो लाइन लग गई और भारतीय बल्लेबाजों में यह होड़ लग गई कि कौन पहले आउट होता है। देखते ही देखते यूसुफ पठान (0), रविन्दर जडेजा (7), हरभजन सिंह (7) और प्रवीण कुमार (1) ड्रेसिंग रूम की शोभा बढ़ा रहे थे।
82 रन पर आठ विकेट गिरने के बाद धोनी ने सावधानी से खेलते हुए पारी को आगे बढ़ाया। दूसरे छोर पर आरपी सिंह भी बराबर साथ देते रहे। इन दोनों के बीच 101 रनों की भागीदारी निभाई गई। 75 गेंदों में 23 रन बनाने वाले आरपी सिंह को ब्रावो ने सुलेमान बैन के हाथों कैच करवाकर किसी तरह इस जोड़ी को तोड़ा। आरपी ने अपनी पारी में एक चौका और एक छक्का उड़ाया।
भारत ने अंतिम विकेट 49वें ओवर में महेन्द्रसिंह धोनी का गँवाया। धोनी जब 95 रनों पर थे, तब टेलर ने उन्हें बोल्ड कर दिया। भारतीय कप्तान ने 95 रनों के लिए 130 गेंदों का सामना किया और 6 चौकों के अलावा 2 छक्के भी जमाए। भारतीय पारी 48.2 ओवरों में 188 रनों पर सिमट गई।
सबाइना पार्क के इसी मैदान पर भारत ने शुक्रवार को पहले एक दिवसीय मैच में मेजबान टीम को 20 रन से परास्त किया था और सिरीज में 1-0 की अग्रता हासिल की थी।
भारतीय टीम ने दूसरे वनडे मैच में अपनी टीम में एक बदलाव करते हुए ईशांत शर्मा की जगह प्रवीणकुमार को अंतिम एकादश में जगह दी जबकि वेस्टइंडीज ने बेकर की जगह रामपॉल को शामिल किया।