मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर की बादशाहत को मौजूदा समय में चुनौती देने वाले एकमात्र खिलाड़ी ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग हैं, जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ रविवार को समाप्त हुए पहले एशेज टेस्ट में न केवल अपना 38वाँ शतक ठोंका बल्कि 11 हजार टेस्ट रन भी पूरे कर लिए।
सचिन इस समय टेस्ट और वनडे दोनों तरह की क्रिकेट में बल्लेबाजी के शिखर पर विराजमान हैं, जबकि पोंटिंग खासकर टेस्ट क्रिकेट में सचिन को नजदीकी चुनौती दे रहे हैं, लेकिन जहाँ तक वनडे का सवाल है उसमें ऑस्ट्रेलियाई कप्तान सचिन से मीलों पीछे हैं। सचिन और पोंटिंग ऐसे दो बल्लेबाज हैं, जिन्होंने टेस्ट और वनडे दोनों में 11-11 हजार रन पूरे किए हैं।
मास्टर-ब्लास्टर सचिन अब तक 159 टेस्ट मैचों में 54.58 की औसत से 12773 रन बना चुके हैं और उनके खाते में 42 शतक तथा 53 अर्द्धशतक दर्ज हैं। उनके नजदीकी प्रतिद्वंद्वी पोंटिंग ने 132 टेस्टों में 56.68 की औसत से 11110 रन बनाए हैं जिनमें 38 शतक और 46 अर्द्धशतक शामिल हैं।
टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वालों की सूची में सचिन चोटी पर और पोंटिंग चौथे स्थान पर हैं। इन दोनों के बीच वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा और ऑस्ट्रेलिया के एलन बार्डर हैं। लारा ने 131 टेस्टों में 52.88 की औसत से 11953 रन बनाए हैं, जबकि बार्डर ने 156 टेस्टों में 11174 रन बनाए हैं। लारा और बार्डर दोनों ही खेल से संन्यास ले चुके हैं। इस आधार पर सचिन के लिए टेस्ट मैचों में अब एकमात्र चैलेंजर पोंटिंग बचे हैं।
उम्र के लिहाज से देखा जाए तो सचिन अभी 36 वर्ष के हैं, जबकि पोंटिंग उनसे दो साल छोटे हैं। सचिन में अभी कम से कम टेस्ट क्रिकेट के लिहाज से दो-तीन वर्ष का खेल बाकी है, जबकि पोंटिंग के लिए यही आँकड़ा चार-पाँच वर्ष का हो सकता है।
पोंटिंग मौजूदा एशेज श्रृंखला में हमवतन बार्डर का 11174 रन का रिकॉर्ड पीछे छोड़कर सर्वाधिक रन बनाने वालों की सूची में तीसरे स्थान पर पहुँच सकते हैं।
शतकों के मामले में सचिन 42 टेस्ट शतकों के साथ चोटी पर हैं। पोंटिंग 38 शतकों के साथ उनके पीछे दूसरे स्थान पर है। पोंटिंग ने पहले एशेज टेस्ट की पहली पारी में 150 रन बनाकर अपना 38वाँ शतक पूरा किया और उनके पास शेष चार टेस्टों में अपने तथा सचिन के बीच शतकों एवं रनों का फासला कम करने का पूरा मौका रहेगा। सचिन के लिए फिलहाल टेस्ट मैच में खेलने का मौका आगामी दिसंबर में आएगा। वैसे दोनों खिलाडी टेस्ट मैचों में दोहरे शतक मारने के मामले में चार-चार की बराबरी पर हैं।
टेस्ट में पोंटिंग जहाँ सचिन को नजदीकी चुनौती पेश कर रहे हैं, वहीं वनडे में वे मास्टर ब्लास्टर से काफी पिछड़े हुए हैं। एकदिवसीय मैचों की रन मशीन सचिन ने 425 मैचों में 44.37 के औसत से 16684 रन बनाए हैं, जिनमें विश्व रिकॉर्ड 43 शतक और 91 अर्द्धशतक शामिल हैं। पोंटिंग इस क्रम में 315 मैचों में 42.52 की औसत से 11523 रन बनाकर चौथे स्थान पर हैं। उनके खाते में 26 शतक और 67 अर्द्धशतक दर्ज हैं। इस लिहाज से देखा जाए तो दोनों के बीच पाँच हजार से ज्यादा रनों का फासला है जिसे पाटना पोंटिंग के लिए भविष्य में बहुत मुश्किल होगा।
इस सूची में इन दोनों के बीच श्रीलंका के सनथ जयसूर्या और पाकिस्तान के इंजमाम उल हक हैं। जयसूर्या 432 मैचों में 13151 रन बना चुके हैं, जबकि इंजमाम ने 378 मैचों में 11739 रन बनाए हैं। इंजमाम जहाँ संन्यास ले चुके हैं, वहीं 39 वर्षीय जयसूर्या अभी वनडे खेल रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच चल रही एशेज श्रृंखला में पोंटिंग के पास अपनी टेस्ट रन संख्या में इजाफा करने का पूरा मौका रहेगा, लेकिन इसके बाद मुकाबला वनडे में आ जाएगा। भारत को श्रीलंका और न्यूजीलैंड के साथ त्रिकोणीय श्रृंखला खेलनी है और फिर दक्षिण अफ्रीका में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में हिस्सा लेना है। इसके बाद भारत अपनी जमीन पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सात वनडे मैचों की मेजबानी करेगा। इन सभी एकदिवसीय मैचों में सचिन निश्चित रूप से अपने रिकॉर्डों की संख्या में इजाफा करेंगे वहीं पोंटिंग अपने से ऊपर चल रहे इंजमाम से आगे तो निकल ही जाएँगे।
फिलहाल इतना तय है कि इस एशेज श्रृंखला के बाद पोंटिंग हमवतन बार्डर को पीछे छोड़कर तीसरे नंबर पर और आगामी एकदिवसीय मैचों में इंजमाम को पछाड़कर तीसरे नंबर पर पहुँच जाएँगे।
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने हाल में एक सर्वेक्षण को एक भी वोट नहीं दिया था और इंग्लैंड के केविन पीटरसन को सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज माना था। दुनिया के क्रिकेटरों ने ऐसे सर्वेक्षणों पर तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। चैंपियंस ट्रॉफी और घरेलू श्रृंखला में सचिन निश्चित रूप से ऑस्ट्रेलियाइयों को अपने बल्ले से इस सर्वेक्षण का करारा जवाब देने की कोशिश करेंगे।