पोलैंड की धरती से वैज्ञानिकों को हाथी जितने विशालकाय शाकाहारी जीव के अवशेष मिले हैं। साइंस जर्नल में प्रकाशित पेपर में रिसर्चरों ने बताया है कि वह जीव चार पायों वाला, चोंच जैसे मुंह वाला और हाथी के आकार का रहा होगा। करीब 20 करोड़ साल पहले यानी ट्रायसिक काल के उत्तरार्ध में पाए जाने वाले इन जीवों को 'लिसोविसिया बोजानी' नाम दिया गया है। यह नाम उसे दक्षिणी पोलैंड के उस गांव के नाम पर मिला है, जहां उसके अवशेष मिले थे।
रिसर्चर इसे अहम खोज बताते हैं क्योंकि इससे उस प्रचलित मान्यता को चुनौती मिलती है कि उस काल में केवल डायनासोर ही एकमात्र विशालकाय शाकाहारी जीव थे। स्वीडन की उपसाला यूनिवर्सिटी में पेलिऑन्टोलॉजिस्ट ग्रेगोर नीडस्वीड्सकी बताते हैं कि डायनासोर के भी काफी पहले पाए जाने वाले डिकाइनोडॉन्ट्स नामक स्तनधारी जीवों का पता चल चुका है, जो प्राकृतिक आपदा के चलते धरती से मिट गए।
इस रिसर्स पेपर के सह लेखक नीडस्वीड्सकी बताते हैं, "हमें लगता था कि लेट-परमियन काल के बाद स्तनधारी मिटते गए और डायनासोर आकार में बढ़ते गए।"... वैज्ञानिकों को ऐसा लगता है कि ट्रायसिक काल के उत्तरार्ध में पर्यावरण और जलवायु के तमाम कारकों के कारण उस समय डायनासोरों और डिकाइनोडॉन्ट्स जैसे विशालकाय जीवों का विकास हुआ।