गैलप सर्वे के अनुसार साल 2019 में जर्मनी लगातार तीसरे साल विश्व का सबसे पसंदीदा देश बना रहा। यूरोप की सबसे शक्तिशाली अर्थव्यवस्था ने न केवल शीर्ष पर अपनी जगह बरकरार रखी बल्कि उसकी साख पहले से भी बेहतर हुई है।
विश्व को नेतृत्व देने वाली शक्ति के रूप में स्वीकार किए जाने के मामले में जर्मनी सबसे आगे रहा जबकि अमेरिका, चीन और रूस उसके काफी बाद दूसरे स्थान के लिए एक-दूसरे को चुनौती देते दिखे। 'ग्लोबल लीडरशिप अप्रूवल रेटिंग' में अमेरिका की रेटिंग पिछले प्रशासन के दौरान आई रेटिंग से काफी नीचे रही। गैलप के सर्वे में जर्मनी को 2017 से लेकर लगातार शीर्ष पर जगह मिलती आई है।
सर्वे में जर्मनी को 44 प्रतिशत अप्रूवल रेटिंग मिली, वहीं अमेरिका उससे 11 प्रतिशत से पीछे रह गया। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व वाले प्रशासन को लेकर यूरोप में सबसे ज्यादा नापसंदगी देखने को मिली। गैलप ने यह सर्वे विश्व में कोरोना महामारी के आने से पहले कराया था। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर सर्वे उसके बाद होता तो अमेरिका की रेटिंग और भी खराब होती, क्योंकि कोविड-19 से निपटने में अमेरिका की असफलता जगजाहिर है।
ट्रंप के नेतृत्व में और कम हुआ भरोसा
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होने में अब 100 दिन से भी कम बचे हैं। सर्वे दिखाता है कि एक बार फिर उम्मीदवारी पेश कर रहे ट्रंप के नेतृत्व में भरोसा यानी अमेरिका की अप्रूवल रेटिंग ट्रंप के अब तक के कार्यकाल में और भी कम हुआ है। उनसे पहले 2009 से 2017 तक अमेरिका की बागडोर संभालने वाले राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल तक रेटिंग के हिसाब से अमेरिका विश्व का सबसे सम्मानित देश बना रहा। केवल 1 साल को छोड़कर अमेरिका ही शीर्ष पर रहा, लेकिन 2011 में वह जर्मनी से थोड़े अंतर से पिछड़ा था।
अमेरिका में ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के साथ ही जैसे अप्रूवल रेटिंग सीधे नीचे आती दिखाई दी। करीब 18 परसेंटेड पॉइंट की गिरावट के साथ यह आज तक के सबसे कम स्तर यानी मात्र 30 प्रतिशत की अप्रूवल रेटिंग पर पहुंच गई। हालांकि 2019 के इस ताजा सर्वे में इसमें थोड़ा सुधार हुआ और यह 33 प्रतिशत दर्ज हुई है। फिर भी यह जॉर्ज डब्ल्यू. बुश के 2008 के कार्यकाल से भी कम ही रही।
अमेरिकी नेतृत्व को लेकर सबसे ज्यादा अविश्वास यूरोपीय देशों में दर्ज हुआ। यूरोप के 61 फीसदी से भी ज्यादा लोगों को ट्रंप में बिलकुल भरोसा नहीं। पूरे यूरोपीय महाद्वीप में केवल 3 छोटे देशों (कोसोवो, अल्बेनिया और पोलैंड) में ही ट्रंप प्रशासन को बहुमत ने समर्थन दिया। एक अन्य महाद्वीप ऑस्ट्रेलिया में भी ट्रंप के नेतृत्व में 67 प्रतिशत से अधिक लोगों ने अविश्वास जताया। अफ्रीका महाद्वीप में लोग इन दोनों महाद्वीपों से थोड़े ज्यादा आशावादी थे। लेकिन यहां भी ट्रंप प्रशासन को मिली 52 प्रतिशत अप्रूवल रेटिंग 2009 में ओबामा के राष्ट्रपति काल में उनको मिली 85 प्रतिशत की रेटिंग से बहुत कम है।
रेटिंग में शामिल विश्व के कुल 135 देशों में जर्मनी और अमेरिका के बाद 32 फीसदी अप्रूवल रेटिंग के साथ चीन का स्थान रहा और उसके बाद 30 प्रतिशत के साथ रूस आया। पिछली रेटिंग मे चीन, अमेरिका से थोड़ा आगे रहा था लेकिन ताजा सर्वे में वह अमेरिका से पिछड़ गया। रूसी नेतृत्व में भरोसा 30 प्रतिशत के स्तर पर ही बरकरार रहा।