इस चरण में वाराणसी के अलावा गाजीपुर, मिर्जापुर, महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, बलिया, चंदौली और रॉबट्सगंज सीटों के लिए मतदान होगा। इस चरण में कुल 167 प्रत्याशी मैदान में हैं।
सातवें चरण में प्रधानमंत्री मोदी के अलावा केन्द्रीय मंत्री मनोज सिन्हा (गाजीपुर), अनुप्रिया पटेल (मिर्जापुर), प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेन्द्रनाथ पांडेय (चंदौली), पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह (कुशीनगर) जैसी सियासी हस्तियों का भाग्य तय होगा।
सबकी निगाहें प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय निर्वाचन और उम्मीदवारी वाले क्षेत्र बनारस पर लगी हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में चली लहर का केन्द्र बने मोदी ने करीब 3 लाख 72 हजार मतों से यह सीट जीती थी। इस बार भी उनकी जीत सुनिश्चित मान रही भाजपा के सामने मोदी को पिछली दफा के मुकाबले अधिक मतों से जिताने की चुनौती है।
वैसे तो भाजपा ने गोरखपुर सीट पर भोजपुरी अभिनेता रवि किशन को मैदान में उतारा है, मगर इसे उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिष्ठा से जोड़कर देखा जा रहा है। योगी यहां से 5 बार सांसद चुने जा चुके हैं।
हालांकि पिछले साल इस सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा को सपा के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा था। लिहाजा इस बार यह सीट जीतना भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का सवाल है। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल मिर्जापुर से दोबारा संसद पहुंचने की उम्मीद लगाए हैं। ऊंट किस करवट बैठेगा, यह 23 मई को पता चलेगा।