सुखराम ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के बाद यहां पार्टी मुख्यालय में आश्रय शर्मा के साथ सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर पार्टी मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला, महासचिव केसी वेणुगोपाल और पार्टी की हिमाचल प्रदेश की प्रभारी रजनी पाटिल मौजूद थे।
सुखराम ने वे मूल रूप से कांग्रेस परिवार से हैं और यह घर वापसी है तथा उनका किसी से कोई द्वेष नहीं है। वे पूरे समर्पण के साथ पार्टी के लिए काम करेंगे। कांग्रेस में शामिल होने से पहले सुखराम ने गांधी के अलावा पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मुलाकात की। सूत्रों के अनुसार आश्रय शर्मा को हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से कांग्रेस का टिकट मिल सकता है।
सुखराम ने कहा कि मैं गांधी से 2 माह पहले भी मिला था और उनकी इस बात से प्रभावित हुआ कि हमारे राजनीतिक नहीं, पारिवारिक रिश्ते हैं। मैं अपने घर आया हूं, पूरा जीवन कांग्रेस में गुजरा है। अब जिंदगी के इस मोड़ पर किसी से द्वेष नहीं है।
भारतीय जनता पार्टी के मौजूदा नेतृत्व पर तंज कसते हुए सुरजेवाला ने कहा कि वे जहां बुजुर्ग नेता लालकृष्ण आडवाणी को दरकिनार कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस नेतृत्व अपने वरिष्ठ नेताओं को सम्मान दे रहा है। (भाषा)