कांग्रेस ने भाजपा से आरक्षित सीटें भी छीनीं

मंगलवार, 19 मई 2009 (13:57 IST)
लोकसभा महासमर में इस बार कांग्रेस ने पिछले दो चुनावों से आरक्षित सीटों पर भारतीय जनता पार्टी की चल रही बढ़त छीन ली और केंद्र में सत्तारूढ़ दल के उम्मीदवारों ने 44 ऐसी सीटों पर झंडे गाड़े। नए परिसीमन के बाद इस बार अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षित सीटों की संख्या बढ़कर 84 और अनुसूचित जनजातियों के लिए 47 हो गई है।

पिछले चुनाव में कांग्रेस ने अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षित कुल 79 सीटों में से 14 पर सफलता हासिल की थी जबकि अनुसूचित जनजातियों के लिए सुरक्षित 41 सीटों में भी उसे 14 पर कामयाबी मिली थी।

उत्तरप्रदेश में अनुसूचित जातियों के लिए सबसे ज्यादा 17 सीटें आरक्षित हैं जिनमें आश्चर्यजनक रूप से बसपा सिर्फ दो पर सफल हो पाई जबकि उसकी विरोधी समाजवादी पार्टी ने सबसे ज्यादा दस सीटों पर जीत दर्ज की। कांग्रेस ने दो, भाजपा ने दो और रालोद ने एक सीट जीती।

राज्य की नई आरक्षित सीटों में से एक भी बसपा के खाते में नहीं गई है। नगीना, बुलंदशहर, आगरा, शाहजहाँपुर, इटावा, कौशाम्बी, बहराइच और मछलीशहर की इन नई सीटों में सबसे ज्यादा छह सपा ने जीती हैं जबकि भाजपा और कांग्रेस को एक-एक सीट पर कामयाबी मिली है।

पूरे देश में भाजपा ने आरक्षित वर्ग की 23 सीटें जीती हैं जिनमें उसे सबसे ज्यादा सफलता छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में मिली है। इन दोनों राज्यों की कुल 15 सीटों में से भगवा पार्टी ने नौ पर विजय दर्ज की। छत्तीसगढ़ की सभी सीटें उसके खाते में आई हैं।

भाजपा ने 1999 में अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षित वर्ग की 25 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि अनुसूचित जनजाति वर्ग की 21 सीटें जीती थीं। पिछले चुनाव में उसने अनुसूचित वर्ग की 18 और जनजाति वर्ग की 15 सीटों पर कामयाबी पाई थी।

भाजपा ने गुजरात में तीन, कर्नाटक में चार, मध्यप्रदेश में चार, उत्तरप्रदेश और झारखंड में दो-दो, छत्तीसगढ़ में पाँच और राजस्थान, महाराष्ट्र, बिहार, हिमाचलप्रदेश में एक-एक सीटों पर सफलता पाई है।

कांग्रेस ने आंध्रप्रदेश में आठ, मध्यप्रदेश में छह, राजस्थान में चार सीटें, गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र और पंजाब में तीन-तीन तथा असम, हरियाणा, मणिपुर और उड़ीसा में दो-दो सीटें जीती हैं। पार्टी ने केरल, उत्तरप्रदेश, तमिलनाडु, उत्तराखंड, दिल्ली और मिजोरम में एक-एक सीट पर सफलता दर्ज की है।

आंध्रप्रदेश में आठ सीटें जीतने वाली कांग्रेस ने आरक्षित वर्ग की दो नवगठित सीटें जीती हैं जबकि तेदेपा को कुल दो सीटें मिली हैं। गुजरात में नवगठित अनुसूचित वर्ग की दोनों सीटों पर भाजपा ने कामयाबी दर्ज की है तो कांग्रेस ने अनुसूचित जनजाति के लिए नई बनी दोनों सीटें अपनी झोली में डाली हैं।

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