परिणाम का जिन्न जब मतदान मशीनों से बाहर आया तो देश के कई दिग्गज नेताओं के हाथों में हार थी और कई बड़े नेता जीत का हार पहने नजर आए।
अपने बेटे वरुण गाँधी के लिए पीलीभीत सीट की कुर्बानी देने वाली मेनका गाँधी आँवला से और पूरे चुनाव में अपने विवादास्पद बयानों से चर्चा में रहे वरुण गाँधी ने पीलीभीत सीट जीत ली।
दूसरी ओर सत्तारूढ़ गाँधी परिवार में सोनिया गाँधी राय बरेली से और उनके बेटे राहुल गाँधी अमेठी से चुनाव जीत गए।
सत्तारूढ़ गठबंधन में सबसे तगड़ा झटका लोक जनशक्ति पार्टी के रामविलास पासवान को लगा, जो हाजीपुर से चुनाव हार गए। एक समय में उन्होंने इस सीट से पाँच लाख से अधिक मतों से जीत हासिल करने रिकॉर्ड कायम किया था। जदयू के रामसुन्दर दास ने पासवान को 37954 मतों से पराजित किया।
मुख्तार अंसारी जैसे बाहुबली को भाजपा के मुरली मनोहर जोशी ने धर्म नगरी वाराणसी में पटखनी दे दी। जोशी ने अंसारी को 13 हजार से अधिक मतों से हराया।
भाजपा के नवजोतसिद्धू पंजाब के अमृतसर लोकसभा क्षेत्र से और अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा पटना साहिब से लोकसभा में पहुँचने में कामयाब हो गए।
मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के कमलनाथ ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के मारोतराव खवसे को एक लाख 21 हजार से अधिक मतों से पराजित किया। कमलनाथ ने सीट पर पार्टी का कब्जा बरकरार रखा।
बिहार के सारण लोकसभा क्षेत्र से राजद प्रत्याशी और रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने सारण सीट भाजपा के राजीव प्रताप रूड़ी को 52571 मतों से हराकर जीत ली, जबकि जनता दल(यू) अध्यक्ष शरद यादव ने मधेपुरा सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा।
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंतसिंह ने झालावाड़, बाराँ लोकसभा क्षेत्र से जीत दर्ज की, जबकि उत्तरप्रदेश में अभिनेत्री जया प्रदा सपा के टिकट पर रामपुर से फिर चुनाव जीत गईं। उन्होंने कांग्रेस की बेगम नूरबानो को 30 हजार मतों से हराया।
भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी को भी इसी क्षेत्र में हार का सामना करना पड़ा।