नीतीश कुमार को धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति बताने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गाँधी की आलोचना करते हुए राजद प्रमुख लालूप्रसाद ने सोमवार को कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक मंच पर आने से बिहार के मुख्यमंत्री के धर्मनिरपेक्षता के दिखावे का पर्दाफाश हो गया है।
प्रचार के लिए उत्तरप्रदेश के रामपुर क्षेत्र रवाना होने से पहले लालू ने पटना हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा, मैंने हमेशा कहा है कि नीतीश पेट से दाँत लेकर आए (काफी जटिल व्यक्ति) हैं। अब कांग्रेस महासचिव राहुल गाँधी और उनके (नीतीश के) पक्ष में बोलने वाले लोग महसूस करेंगे कि वह किस तरह से धर्मनिरपेक्ष हैं।
लालू ने कहा नीतीश ने नई दिल्ली में राजग की पिछली रैली में यह कहकर हिस्सा लेने से इनकार किया था कि वे मोदी के साथ एक मंच पर उपस्थित होना नहीं चाहते लेकिन बिहार में चुनाव खत्म हो जाने के बाद वे अपने मूल रूप में वापस लौट गए।
बिहार में सात मई को अंतिम दौर का मतदान समाप्त होने के बाद मीडिया से राजद प्रमुख की पहली बातचीत थी। लालू ने मीडिया पर आरोप लगाया कि चुनाव के दौरान उन्हें मीडिया ने खराब कवरेज दी।
मीडिया की ओर से उनसे वार्ता के लिए बार-बार संपर्क किए जाने के बावजूद उन्होंने बातचीत नहीं की थी। लुधियाना में रविवार को राजग की एकजुटता रैली में मोदी और नीतीश एक दूसरे से गले मिले थे। बाद में मोदी ने बिहार में कृषि में क्रांति लाने के लिए नीतीश की तारीफ भी की थी।
नीतीश को लेकर दोबारा सोचें : उधर, लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान ने कहा जो लोग जदयू को धर्मनिरपेक्ष बता रहे हैं, उन्हें दोबारा सोचने की जरूरत है। लुधियाना में रैली के बाद बिहार के मुख्यमंत्री का धर्मनिरपेक्ष चेहरा बेनकाब हो गया है।