राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने विपक्ष के नए नेता और नेतृत्व के अन्य मुद्दों पर फैसला लेने की जिम्मेदारी भाजपा पर ही डाल दी है। हालाँकि संघ ने जरूरत पड़ने पर मदद के लिए भी कहा है।
आरएसएस के नेता राम माधव ने यहाँ कहा विपक्ष के नेता का फैसला आडवाणी और पार्टी को करना है। संघ की इस मुद्दे पर कोई विशेष राय नहीं होगी।
संघ के शीर्ष नेताओं मदनदास देवी, सुरेश सोनी और भैय्याजी जोशी ने रविवार सुबह भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से भेंट की, जिन्होंने चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद विपक्ष का नेता बनने से इनकार कर दिया है।
माधव ने कहा चुनावी नतीजों पर चर्चा की गई और सबने एक दूसरे के नजरिये को सुना। कांग्रेस की तरह भाजपा में भी युवा नेतृत्व की आवश्यकता के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजे पार्टी या संघ की उम्मीद के मुताबिक नहीं हैं। पार्टी को चुनाव परिणामों का विश्लेषण करना होगा और सही समय पर फैसला करना होगा।
यह पूछने पर कि क्या संघ भाजपा के खराब प्रदर्शन की वजहों की समीक्षा कर रहा है, माधव ने कहा कि संघ के पास हार के कारणों पर विचार करने की क्षमता नहीं है। उन्होंने कहा भाजपा इस उम्मीद के साथ राजनीति में है कि वह सत्ता में आएगी।
माधव ने इन खबरों से इनकार किया कि संघ ने लोकसभा के चुनावी नतीजों का विश्लेषण करने के लिए समिति का गठन किया है।