ओवर एक्सपेक्टेशन न रखें:
हमारे यहां रिश्तों का मतलब है, एक-दूसरे से बहुत ज्यादा उम्मीदें करना। हालाँकि उम्मीद करना गलत नहीं है। लेकिन, जरूरत से ज्यादा उम्मीद करना दोनों पार्टनर्स के लिए गलत हो सकता है। ज्यादा उम्मीद रखने की वजह से अक्सर पार्टनर्स के बीच अनबन हो जाती है, जो समय के साथ तनाव में बदल जाती है।
बातचीत में स्पष्ट रहें:
नए शादीशुदा कपल्स में समस्या यह होती है कि वे अपने मन की बात आपस में शेयर नहीं करते। वे चाहती हैं कि उनका पार्टनर बिन कहे ही उनकी बातें समझ जाए। लेकिन बिना कहे किसी की बात को समझना आसान नहीं है। इसलिए शुरुआती दिनों में आप अपने पार्टनर से कम्युनिकेशन करते वक्त स्पष्ट रहें। आपके मन में क्या है, उसे खुलकर बताएं। इस तरह, मैरिड लाइफ की परेशानियां अपने आप कम हो जाएंगी।
अपने पार्टनर की बातों को महत्त्व दें:
अपनी बात कहने के साथ-साथ अपने पार्टनर की बात भी सुनें। वह क्या कहना चाह रहा है, वह भी समझें। बातें दो-तरफा हों, तो अक्सर कई संभावित समस्याएं पहले ही टल जाती हैं।
परेशानी को हल जरूर करें:
जब आप किसी के साथ चौबीस घंटे रहते हैं, तो किसी बात पर असहमति हो सकती है। कभी-कभी असहमति आपसी मनमुटाव का कारण भी बन जाती है। जरूरी है कि आप अपनी परेशानी को बिना हल किए न छोड़ें। जो भी बात है, उस पर चर्चा करें, समस्या का समाधान निकालें। इस तरह, कोई भी बात बिगड़ेगी नहीं और नया दांपत्य जीवन सुनहरा बीतेगा।