प्रेम कथाएँ

घरवालों के कहने पर तो किसी भी काम के लिए हिलने को तैयार नहीं होता था। इसी बीच प्रेमिका श्वेता ने बता...
वहीदा... गुरुदत्त के लिए एक ऐसी कशमकश... उसे देखो तो बेचैनी, उसे न देखो तो बैचेनी। उसे पा लो तो वेदन...

प्यार की सीढ़ियाँ

शुक्रवार, 11 जुलाई 2008
हमने लैला-मजनूँ, रोमियो-जूलियट, सोहनी-महिवाल, हीर-रांझा के प्रेम के किस्से बहुत सुने...कुछ लोग उसे क...
यदि प्रेम के देवता कामदेव को अपना अंतर्राष्ट्रीय रूप धरना होता, तो निश्चित तौर पर उनका यह परकाया प्र...
अभी तक प्यार में केवल हीर-राँझा, रोमियो-जूलियट और सोहनी-महिवाल के किस्सों की दुहाई दी जाती है। यहाँ ...
अगर कहीं हिटलर की बात चले, तो इंसानियत के दुश्मन एक ऐसे बर्बर तानाशाह की खौफ पैदा कर देनेवाल कड़क इंस...
गरम हवाएँ चल रहीं थीं। आकाश में धूल छा रही थी। एक युवा यात्री रेगिस्तान से गुजर रहा था। उसे रास्तों ...