3. आचरण: ग्रहण काल में मनमाने आचरण से मानसिक अव्यवस्था और बुद्धि विकार तो होता ही है साथ ही शारीरिक स्वास्थ्य की भी बड़ी हानि होती है। इसलिए अपने आचरण को शुद्ध रखें। यानी झूठ न बोलें, कोई बुरा कार्य न करें।
4. भोजन : ग्रहण काल के दौरान तामसिक भोजन यानी मांस, मटन, अंडा, बंसी भोजन या तेज मसालेदार भोजन भी भूलकर नहीं करना चाहिए। यह सेहत संबंधी गंभीर समस्या दे सकता है। ग्रहण के समय भोजन आदि करने से अनेक रोग होते हैं। इसीलिए आहार शुद्ध का ध्यान रखें।