Madhya Pradesh Assembly Election 2023 : मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल करने वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति (ST and SC) के लिए आरक्षित निर्वाचन क्षेत्रों में अपने प्रदर्शन में सुधार करते हुए कुल 82 सीटों में से 50 पर जीत दर्ज की, जो 2018 की तुलना में 17 अधिक हैं।
चुनाव नतीजे बताते हैं कि भाजपा ने राज्य में एससी/एसटी समुदायों के बीच अपना आधार बढ़ाया है, हालांकि पार्टी के प्रमुख आदिवासी चेहरे और केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते चुनाव हार गए। मध्यप्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव 17 नवंबर को हुए थे और मतगणना 3 दिसंबर को हुई। भाजपा ने 163 सीटें जीतकर राज्य में सत्ता बरकरार रखी जबकि कांग्रेस 66 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही। कांग्रेस ने 2018 में 114 सीटें जीती थीं।
नतीजों के मुताबिक भाजपा ने एसटी/एससी समुदायों के लिए आरक्षित कुल 82 सीटों में से 50 पर जीत हासिल की जबकि पिछले चुनाव में 33 सीटें जीती थीं। इस बार जिन 47 एसटी आरक्षित सीटों पर चुनाव हुए, उनमें से भाजपा ने 24 सीटें जीतीं जबकि कांग्रेस ने 22 यानी कांग्रेस को पिछले चुनाव की तुलना में 9 सीटों की नुकसान हुआ, वहीं 2018 में भाजपा ने इनमें से 15 सीटें जीती थीं।
एसटी-आरक्षित सीटों में से 1 रतलाम जिले की सैलाना, नई चुनावी पार्टी भारत आदिवासी पार्टी को मिली। एससी-आरक्षित 35 सीटों में से भाजपा 26 पर विजयी हुई जबकि कांग्रेस पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में 8 सीटों के नुकसान के साथ 9 पर ही जीत दर्ज कर पाई, वहीं 2018 में भाजपा ने 18 सीटें जीती थीं। भाजपा का आदिवासियों के बीच आधार बढ़ा, लेकिन उनका एक प्रमुख आदिवासी चेहरा केंद्रीय मंत्री कुलस्ते मंडला सीट से चुनाव हार गए।(भाषा)