भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से ठीक दो महीने आज शिवराज कैबिनेट का बहुप्रतिक्षित विस्तार हो गया। राजभवन में हुए शपथ ग्रहण समारोह में तीन विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। राजभवन में सुबह 8.45 बजे शुरु हुए शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने भाजपा के वरिष्ठ विधायक गौरीशंकर बिसेन, राजेंद्र शुक्ल और राहुल लोधी को मंत्री पद की शपथ दिलाई। गौरीशंकर बिसेन और राजेंद्र शुक्ल ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली, जबकि राहुल लोधी ने राज्य मंत्री की शपथ ली।
चुनाव से दो महीने पहले हुए कैबिनेट विस्तार में जिन तीन चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है उसके कई सियासी मायने है। चुनावी से पहले भाजपा सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को भाजपा की सियासत का विस्तार के तौर पर देखा जा रहा है। भाजपा के वरिष्ठ विधायक राजेंद्र शुक्ल और गौरीशंकर बिसेन दोनों ही पिछले शिवराज सरकार में मंत्री रह चुके है, जबकि राहुल लोधी को पहली बार मंत्री बनाया गया और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के भतीजे है।
मंत्रिमंडल विस्तार की INSIDE STORY- विधानसभा चुनाव से ठीक पहले शिवराज कैबिनेट के हुए विस्तार में जिन तीन मंत्रियों को शामिल किया गया है, वह प्रदेश के तीन अंचल से आते है। मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री बनाए गए राजेंद्र शुक्ल विंध्य क्षेत्र से आते है और उनका विंध्य की राजनीति में खासी पकड़ है। अगर बात करें 2018 के विधानसभा चुनाव की तो विंध्य में भाजपा को खासी बढ़ती मिली थी और विंध्य में आने वाली 30 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने 24 सीटों पर जीत हासिल की थी।
वहीं इस बार विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा को विंध्य में कांग्रेस के साथ आम आदमी पार्टी से कड़े मुकाबला का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में विंध्य की सियासत को साधने के लिए भाजपा ने राजेंद्र शुक्ल को मंत्री बनाया है। इसके साथ राजेंद्र शुक्ल विंध्य ब्राह्मण समाज के बड़े चेहरे है और अकेले विंध्य अंचल में ब्राह्मण समुदाय का 14% वोट बैंक है ऐसे में सीधी पेशाब कांड के बाद ब्राह्मण समुदाय का बड़ा वोट बैंक जो भाजपा से नाराज है उसको रिझाने के लिए राजेंद्र शुक्ल को मंत्री बनाया गया है।
वहीं शिवराज सरकार में आज कैबिनेट मंत्री की शपथ लेने वाले बालाघाट से भाजपा विधायक गौरीशंकर बिसेन महाकौशल क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करेंगे। दरअसल शिवराज कैबिनेट के चौथे कार्यकाल में महाकौशल से अब तक केवल रामकिशोर कांवरे ही थे। ऐसे में महाकौशल क्षेत्र जहां से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ भी आते है वहां की सियासत को साधने के लिए भाजपा ने अपने सीनियर नेता गौरीशंकर बिसेन को फिर मंत्री बनाया गया है। अब तक बालाघाट से ही आने वाले रामकिशोर कांवरे को राज्यमंत्री बनगाया राज्यमंत्री कांवरे बालाघाट जिले से पहली बार विधायक चुने गए थे। गौरतलब है कि पूर्व में शिवराज सरकार के मंत्री रहे गौरीशंकर बिसेन को दरकिनार कर रामकिशोर कांवरे को मंत्री बनाया गया। प्रदेश में पिछले दिनों अब ओबीसी आरक्षण का मुद्दा गर्माया था तब गौरीशंकर को पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष बनाकर ओबीसी वोट बैंक को साधने की कोशिश की गई थी।
इसके साथ कैबिनेट में पहली बार शामिल किए गए खरगापुर विधायक राहुल लोधी कैबिनेट में बुंदेलखंड का प्रतिनिधित्व करेंगे। राहुल लोधी को लोधी वोट बैंक को साधने के लिए मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। राहुल लोधी पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के भतीजे है और ऐसे में राहुल लोधी को मंत्रिपरिषद में शामिल करने का बड़ा कारण उमा भारती की नारजगी को दूर करना भी है। दअसल मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा को दिग्गज नेताओं की सीधी नाराजगी का सामना करना पड़ रहा था। जिसको अब कैबिनेट विस्तार के जरिए साधने की कोशिश की गई है।