Assembly Election Results 2023 : क्या हैं मध्यप्रदेश में भाजपा की प्रचंड जीत के 5 कारण?
रविवार, 3 दिसंबर 2023 (13:52 IST)
Assembly Election Results 2023 : मध्यप्रदेश में भाजपा विधानसभा चुनाव में 162 सीटों पर बढत बनाए हुए हैं। इस अप्रत्याशित बढत को देखते हुए लगता है कि प्रदेश में भाजपा का सरकार बनाना लगभग तय है। अब अगर मध्यप्रदेश में भाजपा की जीत के प्रमुख कारणों की बात करें तो इनमें पीएम मोदी के मैजिक के साथ ही सीएम शिवराज सिंह की मेहनत को सबसे आगे रखा जाना चाहिए। जानते हैं आखिर क्या है वे पांच कारण जिसकी वजह से मध्यप्रदेश में भाजपा को अप्रत्याशित जीत मिल रही है।
शिवराज मामा की मेहनत : प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान की इस जीत में चुनावी मेहनत साफ नजर आ रही है। उन्हें मुख्यमंत्री के तौर पर पेश नहीं किए जाने के बाद भी उन्होंने अथक मेहनत की। बता दें कि भाजपा ने प्रदेश में अपने सीएम पद के दावेदार के नाम की घोषणा नहीं की थी, इसके बावजूद शिवराज लगातार मेहनत करते रहे। उन्होंने प्रदेश में कुल 165 सभाएं लीं।
लाडली बहना का जादू : भाजपा की जीत में सीएम शिवराज की योजनाओं ने भी जमकर असर दिखाया है। लाडली लक्ष्मी योजना पहले से चल रही है, जिसमें उन्होंने राशि बढाई थी। जबकि चुनावी रण में शिवराज ने लाडली बहना योजना लॉन्च की। जिसकी वजह से प्रदेश की महिलाएं सरकार से खासी प्रभावित नजर आईं। इस जीत में लाडली बहना का जादू भी नजर आ रहा है।
मोदी मैजिक : पीएम नरेंद्र मोदी ने भाजपा के लिए मध्यप्रदेश में कई सभाएं कीं। उन्होंने भोपाल, इंदौर और जबलपुर जैसे शहरों में सभाएं कीं और मतदाताओं को अपने पक्ष में वोट करने और कांग्रेस की खामियां गिनाने के लिए जमकर प्रचार किया। इसके साथ ही मोदी की फैन फॉलोइंग ने भी इस चुनाव में असर दिखाया है।
सही उम्मीदवार मैदान में : भाजपा ने इस बार दिग्गजों को चुनाव मैदान में उतारा। इनमें सांसद और मंत्री भी शामिल थे। इन दिग्गजों को उतारने पर कहा जा रहा था कि भाजपा ने हार की डर से दिग्गजों को उतारा है, हालांकि अब जीत के बाद भाजपा का ये दाव फायदेमंद साबित हो गया। कैलाश विजयवर्गीय इसका बेहतरीन उदाहरण है, उनके सामने कांग्रेस के संजय शुक्ला हार की कगार पर हैं, वे अपने ही बूथ पर हार रहे हैं।
हिन्दुत्व कार्ड : भाजपा के हिन्दुत्व कार्ड ने हमेशा हिंदी बेल्ट में अपना असर दिखाया है। राम मंदिर निर्माण का पार्टी ने जमकर प्रचार किया और श्रेय लिया। मंदिर के शुभारंभ की तारीख की घोषणा कर के भी भाजपा ने मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश की। भाजपा का हार्डकोर हिंदू फॉलोअर्स हालांकि पहले से ही भाजपा के साथ था। हिंदुओं में एक ऐसा हार्डलाइनर भी है जो राष्ट्रवाद, राम मंदिर और हिंदू-मुस्लिम जैसे मुद्दों पर भाजपा के साथ नजर आता है।
Edited by navin rangiyal