Indore tour and travels: इंदौर के आसपास सैंकड़ों प्राकृतिक स्थल जहां जाकर आपको बहुत सुकून मिलेगा। यदि आप बारिश में घूमने का प्लान बना रहे हैं और बारिश का मजा लेना चाहते हैं तो रेनकोट और छतरी लेकर पहुंच जाएं इन खूबसूरत जगहों पर। बारिश में यहां जाकर आपको कुछ खास फीलिंग होगी।ALSO READ: History of odisha: ओडिशा राज्य के खास पर्यटन स्थल और संक्षिप्त इतिहास
यहां आप परिवार के साथ जा सकते हैं:-
1. गुलावत : इंदौर जिले की हड़ौद तेहसिल में लोटस वैली के नाम से प्रसिद्ध इस स्थान पर भी आप घूमने जा सकते हैं। यहां लाखों कमल के फूल एक झील में खिलते हुए देख सकते हैं। यह स्थान भी शहर से लगभग 35 किलोमीटर दूर है। एरोड्रम रोड से सीधे यहां पहुंच सकते हो।
2. रालामंडल अभयारण्य : इंदौर शहर से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित रालामंडल अभयारण्य इंदौर शहर की एक शानदार जगह है, जो चारों तरफ से जगलों से घिरी हुई है। यहां पर पर्यटक को लुभाने के लिए डियर पार्क बनाया गया है। डियर पार्क में आप सफारी का मजा ले सकते हैं।
3. माण्डू : मांडू या माण्डव प्राकृतिक स्थल के साथ ही एक पुराने स्मारकों और महलों के लिए भी प्रसिद्ध है। यहां पर आप जहां पिकनिक का मजा ले सकते हैं वहीं प्राकृतिक दृश्यों के साथ ही ऐतिहासिक स्मारकों को भी देख सकते हैं।
4. देवास टेकरी : इंदौर से लगभग 35 किलोमीटर दूर देवास नगर में माताजी की एक छोटी सी पहाड़ी है। यहां पर आप घूमने, दर्शन करने के साथ ही पिकनिक का मजा भी ले सकते हैं। देवास से 5 किलोमीटर दूर शंकरगढ़, नागदाह और बिलावली नामक स्थान भी घूमने और पिकनिक के लिए आदर्श स्थान है। यहां पर पहाड़ी पर जाने के लिए आप ट्राम का मजा भी ले सकते हो।ALSO READ: मालदीव्स छोड़ो मॉरिशस जाओ, जानिए जानें पर्यटन स्थलों के साथ ही रुकने की खास जगहें
5. नेमावर : इंदौर से 110 किलोमीटर दूर नर्मदा नदी के किनारे स्थित नेमावर एक बहुत ही प्राचीन और प्राकृतिक स्थल है। यहां पर पांडवों के काल का विशालकाय शिव मंदिर है। इस स्थान पर नर्मदा नदी का नाभि स्थल है। यहां पर नदी में एक ऐसा भवंर है जिसके आसपास कोई नहीं जाता है। कहते हैं कि यहां से पानी नीचे पाताल में चला जाता है। नेमावर नदी के उस पार प्राचीन हरदा नामक कस्बा है। इस क्षेत्र में उदयपुरा के जंगल है।
dewas tekri
मानसून में यहां अपनी रिस्क पर ही जाएं, जाने में है खतरा
1. पातालपानी : पातालपानी जलप्रपात इंदौर जिले की महू तहसील में स्थित है। यहां लगभग 300 फीट ऊंचाई नीचे जल गिरता है। पातालपानी के आसपास का क्षेत्र बहुत ही सुंदर और हराभरा है। यह एक लोकप्रिय पिकनिक और ट्रेकिंग स्पॉट भी है। यहां के लिए महू से स्पेशल ट्रेन चलती है। इंदौर से लगभग 36 किलोमीटर दूर है यह स्थान। पास में ही कलाकुंड पिकनिक स्पॉट भी है।
2. गंगा महादेव मंदिर : इंदौर के पास धार जिले में तिरला विकासखंड के सुल्तानपुर गांव में गंगा महादेव मंदिर स्थित है जो इंदौर के लोगों के लिए एक दर्शनीय स्थल के साथ ही पिकनिक स्पॉट भी है। गंगा महादेव में सुन्दर झरना बहता है और यहां की प्राकृतिक छटा देखते ही रह जाओगे।
4. शीतला माता फॉल : इंदौर से करीब 55 किलोमीटर दूर यह स्थान है। मानपुर से यह जगह 3 किलोमीटर जानापावा की जगह है। यह बहुत ही सुंदर और प्राकृतिक नजारों से भरपूर स्थान है। यहां दो झरने हैं एक जरा ज्यादा रिस्की है।
5. कजलीगढ़ : इंदौर से लगभग 25 किलोमीटर दूर उत्तर सिमरोल से यहां के लिए रास्ता जाता है। यहां झरने, पहाड़ और प्राचीन किले देखे जा सकते हैं। यहां एक शिव मंदिर भी है।
6. जोगी भड़क : इंदौर से 55 किलोमीटर और मानपुर से 10 किमी दूर जोगी भड़क नामक एक पहाड़ी है जहां से बहुत ऊंचाई से झरना गिरता है। यहां अंग्रेजी के एस के आकार का झरना गिरता है। ट्रैकिंग करने वालों से लिए यह पसंदीदा जगह है। यह बहुत ही मनोरम स्थल है। मानपुर घाट क्रास करते ही ढाल गांव आएगा, जहां से पश्चिम में एक कच्चा रास्ता जाता है। करीब एक किलोमीटर अंदर यह सुंदर जगह है।
7. हत्यारी खोह : इंदौर से करीब 30 किलोमीटर दूर हत्यारी खो नामक स्थान है, जहां ऊंचाई से गिरने वाला झरना और प्राकृतिक नजारे देखने के लिए लोग आते है। हालांकि यह खतरे वाली जगह है। कंपेल से होते हुए तेलीया खेड़ी में वाहन खड़ा करके करीब 2 किलोमीटर अंदर कच्चे रास्ते से आपको पैदल ही यहां पहुंचना होता है।
8. गिदिया खोह : इंदौर से करीब 45 किलोमीटर दूर डबल चौकी से सिवनी होते हुए आप यहां पहुंच सकते हैं। यहां काफी ऊंचाई से बहुत ही सुंदर दिखने वाला झरना गिरता है। प्राकृतिक नजारों से भरपूर यह स्थान कभी गिद्धों का स्थान हुआ करता था।
10. बामनिया कुंड वाटरफॉल : बामनिया कुंड जलप्रपात एक अच्छा पिकनिक स्थल होने के साथ ही बेहद शांत और प्राकृतिक वातावरण से घिरा हुआ है। लोग यहां कैंपिंग के लिए भी आ सकते हैं और साथ ही झरने के मनमोहक नजारों का आनंद भी ले सकते हैं।
11. जानापाव : इंदौर से करीब 40 किलोमीटर दूर महू शहर से करीब 17 किमी दूर विंध्याचल पर्वतमाला के एक पर्वत को जानापावा कहते हैं। यहां की सबसे ऊंची चोटी पर स्थित भगवान परशुराम की जन्मस्थली और उनके पिता महर्षि जमदग्रि की तपोभूमि को देखने लोग आते हैं। जानापाव, इंदौर की महू तहसील के हासलपुर गांव में स्थित है। जानापाव की पहाड़ी से साढ़े सात नदियां निकली हैं, इनमें कुछ यमुना व कुछ नर्मदा में मिलती हैं।
12. अन्य स्थान : इसके अलावा जामगेट, अम्बाझार, जूनापानी, काली किराय, चिड़िया भड़क और मेहंदी कुंड भी देखने लायक स्थान है।