कमिश्नर, कलेक्टर, आईजी और डीआईजी समेत सभी बड़े अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद थे। लापता लोगों की तलाश के लिए गोताखोरों की मदद ली गई। एनडीआरएफ (NDRF) की टीम को भी मौके पर बुलाया गया है।
क्यों हुआ हादसा : लोग 2 नाव में सवार होकर गणेश विसर्जन के लिए गए थे। इनमें से एक नाव में 19 लोग सवार थे जबकि नाव की क्षमता मात्र 11 लोगों की थी। लगातार बारिश के कारण पानी का बहाव तेज था। जैसे ही विसर्जन के लिए प्रतिमा को झुकाया गया संतुलन बिगड़ गया, नाव पलट गई और उसमें सवार लोग झील में जा गिरे।