BJP ने चुनाव आयोग से की कमलनाथ की शिकायत, इमरती देवी पर की थी अभद्र टिप्पणी

रविवार, 18 अक्टूबर 2020 (22:15 IST)
भोपाल। मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले के डबरा से भाजपा प्रत्याशी इमरती देवी के खिलाफ टिप्पणी के बाद पार्टी के नेताओं ने आज यहां पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के विरुद्ध निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज कराई।
 
प्रदेश भाजपा के नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल यहां राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय पहुंचा और डबरा की सभा के संबंध में जानकारी दी। निर्वाचन आयोग से मांग की गयी है कि कमलनाथ की टिप्पणी के मद्देनजर उनके राजनीतिक कार्यक्रमों पर रोक लगाई जानी चाहिए।
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प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी, महामंत्री कविता पाटीदार, प्रदेश प्रवक्ता राहुल कोठारी और अन्य नेता शामिल थे।
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आयोग से शिकायत में कहा गया है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने डबरा में आयोजित जनसभा में सार्वजनिक मंच पर अपने भाषण के दौरान पार्टी प्रत्याशी इमरती देवी को 'आइटम' शब्द से संबोधित किया है, जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। यह कृत्य दंडनीय अपराध की श्रेणी में आता है। 

बयान पर भड़के सिंधिया : ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर दलित समुदाय की भाजपा नेता इमरती देवी को लेकर अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगाते हुए रविवार को कहा कि ऐसे बयान महिलाओं और अनुसूचित जाति के खिलाफ कांग्रेस नेताओं की सोच दर्शाते हैं।
 
सिंधिया ने इंदौर शहर से करीब 30 किलोमीटर दूर कम्पेल कस्बे में एक चुनावी सभा में कहा कि दलित समाज की नेता और सरपंच पद से शुरुआत कर अपनी अथक मेहनत से मंत्री बनीं इमरती देवी के लिए कमलनाथ कहते हैं कि वे आइटम हैं। (कांग्रेस नेता) अजय सिंह कहते हैं कि वे जलेबी हैं।"
 
उन्होंने कहा कि महिलाओं और अनुसूचित जाति के विरुद्ध इनकी (कांग्रेस नेताओं) यही सोच और विचारधारा है, जबकि हमारे शास्त्रों में बताया गया है कि जहां नारियों का मान-सम्मान होता है, देवता वहीं विराजते हैं।
 
चुनावी सभा के बाद संवाददाताओं से बातचीत में सिंधिया ने आरोप लगाया कि राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह भी कांग्रेस नेता मीनाक्षी नटराजन के बारे में कुछ साल पहले अभद्र टिप्पणी कर चुके हैं और 'ऐसे बयान कांग्रेस की वास्तविकता हैं।' 
 
सूबे की 28 विधानसभा सीटों के लिए 3 नवंबर को होने वाले उपचुनावों को लेकर कांग्रेस के जारी घोषणा-पत्र पर राज्यसभा सदस्य ने कहा कि कांग्रेस ने वर्ष 2018 के पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान जारी अपने वचन पत्र (घोषणा पत्र) पर कालिख पोत दी और इसके मुताबिक एक भी काम नहीं हुआ। अब कांग्रेस उपचुनावों के घोषणापत्र को भी खुद के ही पास रखे क्योंकि जनता का विश्वास कांग्रेस से उठ चुका है।
 
सात महीने पहले दल बदल कर भाजपा में शामिल होने वाले सिंधिया ने एक सवाल पर कांग्रेस के इस आरोप को खारिज किया कि भाजपा उन्हें उप चुनावों के जारी प्रचार अभियान में ज्यादा तवज्जो नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि यह तो बड़ी अद्भुत बात है कि कांग्रेस अब मेरी चिंता कर रही है। उपचुनावों के लिए भाजपा के घोषित स्टार प्रचारकों की सूची में सिंधिया को अन्य वरिष्ठ नेताओं के मुकाबले निचले क्रम पर रखा गया है।
 
इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि चुनावी रथों पर सवार होने, पोस्टरों में अपनी फोटो छपवाने और स्टार प्रचारक की सूची में शामिल होने में मेरी रुचि नहीं है। मेरी रुचि केवल एक बात में है कि मैं जनता के दिल में स्थान पा सकूं।

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