भोपल। मध्य प्रदेश में भाजपा के लिए सदस्यता अभियान पार्टी के लिए मुसीबत का सबब बन गया है। भाजपा सदस्यता अभियान को लेकर किस तरह उलझ गई है, इसको केवल इससे समझा जा सकता है कि सदस्यता अभियान के राष्ट्रीय प्रभारी शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में भी पार्टी अभियान का टारगेट अभियान शुरू होने के लगभग एक महीने बाद भी पूरा नहीं कर सकी है।
48 जिलों में टारगेट से दूर पार्टी : पार्टी प्रदेश के 52 जिलों में से केवल 4 जिलों आगर मालवा, कटनी, जबलपुर और उज्जैन में सदस्यता अभियान के टारगेट को पूरा कर सकी है, जबकि पार्टी 48 जिलों में सदस्यता अभियान के टारगेट से बहुत पीछे है। राजधानी भोपाल में भी सदस्यता अभियान का आंकड़ा निर्धारित लक्ष्य से 50 फीसदी तक भी नहीं पहुंच पाया है।
जिले में पार्टी अभी डेढ़ लाख के मुकाबले सिर्फ सत्तर हजार नए सदस्य बना पाई है, वहीं इंदौर में टारगेट ढाई लाख सदस्यों का था, लेकिन अभी आधा ही पहुंच पाया है। जब सदस्यता अभियान खत्म होने में महज 8 दिन ही बाकी बचे हैं तब टारगेट पूरा करने में नेताओं के पसीने छूट रहे हैं। इसके लिए लगातार बैठकों का दौर जारी है। सूबे में पार्टी ने 50 लाख नए सदस्यों को बनाने का लक्ष्य रखा था लेकिन पार्टी अब तक इस टारगेट से कोसों दूर है।
घर-घर जाकर बनाएगी सदस्य : सदस्यता अभियान में पिछड़ने से पार्टी के आला नेता अब टेंशन में आ गए हैं। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने अब सदस्यता अभियान के टारगेट को पूरा करने के लिए पार्टी के कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर सदस्य बनाने के निर्देश दिए हैं। पार्टी इसके लिए 9 अगस्त से 11 अगस्त तक पूरे प्रदेश में विशेष सदस्यता अभियान चलाएगी, जिसमें विधायकों और सांसदों को पार्टी ने अहम जिम्मेदारी सौंपी है।