बेटियां बढ़ा रही हैं प्रदेश का मान, सम्मान और गौरव : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

मंगलवार, 6 मई 2025 (21:36 IST)
- हाईस्कूल में 76.22 प्रतिशत और हायर सेकंडरी में 74.48 प्रतिशत रहा परीक्षा परिणाम
- विद्यार्थियों की सफलता लक्ष्य के प्रति समर्पण, अथक परिश्रम और लगन का प्रतिफल है
- मुख्यमंत्री ने हाईस्कूल और हायर सेकंडरी परीक्षा वर्ष 2024-25 का परिणाम किया घोषित
- मुख्यमंत्री ने 'परीक्षा संचालन मानक प्रक्रिया निर्देशिका' का किया विमोचन
- हाईस्कूल परीक्षा में सिंगरौली की कु. प्रज्ञा जायसवाल पूरे 500 अंक प्राप्त कर बनी टॉपर
 
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि इस वर्ष हाईस्कूल परीक्षा में 76.22 प्रतिशत एवं हायर सेकंडरी परीक्षा में 74.48 प्रतिशत विद्यार्थियों ने पिछले 15 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ते हुए सफलता हासिल की है। यह सफलता लक्ष्य के प्रति समर्पण, अथक परिश्रम और लगन का प्रतिफल है।
 
प्रदेश की प्रतिभाशाली बेटियों ने एक बार फिर अपनी श्रेष्ठता सिद्ध कर अपने अभिभावकों और शिक्षकों के साथ मध्यप्रदेश को गौरवान्वित किया है। बेटियां हमारा मान-सम्मान और गौरव बढ़ा रही हैं। हाईस्कूल में सिंगरौली की बेटी प्रज्ञा जायसवाल ने शत-प्रतिशत 500 अंकों के साथ प्रदेश में प्रथम स्थान और हायर सेकंडरी में भी सतना अमरपाटन की बेटी प्रियल द्विवेदी ने 492/500 (विज्ञान-गणित समूह) अंकों के साथ प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
 
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आज माध्यमिक शिक्षा मंडल, मध्यप्रदेश द्वारा संचालित हाईस्कूल 10वीं एवं हायर सेकंडरी 12वीं परीक्षा वर्ष 2024-25 के परिणामों को समत्व भवन (मुख्यमंत्री निवास) से घोषित कर सफल विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने अभिभावकगण एवं शिक्षकगणों को भी बधाई दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा प्रकाशित 'परीक्षा संचालन मानक प्रक्रिया निर्देशिका' का विमोचन किया। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव अनुराग जैन, माध्यमिक शिक्षा मंडल की महानिदेशक स्मिता भारद्वाज उपस्थित रहीं।
 
असफल विद्यार्थियों को मिलेगा एक और अवसर
 
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जो विद्यार्थी आज असफल रहे, उन्हें निराश नहीं होना है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में लागू नई शिक्षा नीति-2020 के अंतर्गत असफल विद्यार्थियों को एक बार फिर परीक्षा देने का मौका दिया जाएगा और जो विद्यार्थी अपना स्कोर बढ़ाना चाहते हैं, वे भी दोबारा परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। यह नवाचार विद्यार्थियों के लिए इतिहास बदलने वाला सिद्ध होगा। मध्यप्रदेश इस प्रकार की परीक्षा कराने वाला देश का तीसरा राज्य होगा।
 
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सफल विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि भारतीय मेधा संपूर्ण विश्व में अपनी श्रेष्ठता स्थापित कर रही है। विश्व में बेहतर प्रदर्शन करने वाले अधिकांश देशों की सफलता में भारतीय युवा शक्ति का योगदान उल्लेखनीय है।
 
माध्यमिक शिक्षा मंडल की अध्यक्ष स्मिता भारद्वाज ने बताया कि परीक्षा पद्धति में सुधार और तकनीकी नवाचार के परिणामस्वरूप इस वर्ष मंडल द्वारा संचालित परीक्षा में एक भी एफआईआर दर्ज नहीं हुई और न ही किसी स्थान पर पेपर लीक होने जैसी घटना घटी। नकल के प्रकरण भी न्यूनतम रहे। मंडल द्वारा विकसित परीक्षा संचालन मानक प्रक्रिया को निरंतर अद्यतन करते हुए क्रियान्वित किया जाता रहेगा।
 
Edited by: Ravindra Gupta

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