भोपाल। स्व. अभय छजलानी जी संपादक, लेखक, समाजसेवी और एक अच्छे इंसान थे। इंदौर के वर्तमान स्वरूप को बनाने में उनका अविस्मरणीय योगदान रहा। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नईदुनिया के पूर्व प्रधान संपादक अभय छजलानी जी और वरिष्ठ पत्रकार वेदप्रताप वैदिक जी की स्मृति में आज भोपाल के माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के एमपी नगर स्थित विकास भवन में श्रद्धांजलि सभा के आयोजन में यह बातें कहीं।
श्रद्धाजंलि सभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वरिष्ठ पत्रकार स्व. श्री वेदप्रताप वैदिक को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि डॉ. वेद प्रताप वैदिक जी के चेहरे पर तेज था, उनकी वाणी में ओज था। कहते हैं कि सरस्वती जी कंठ में विराजती हैं, लेकिन मुझे कई बार लगता था कि जैसे सरस्वती जी उनकी कलम में विराजती हैं।
सचमुच में वैदिक जी का मातृभाषा और हिन्दी के लिए जो प्रेम था, मैंने वैसा हिन्दी आग्रही कोई दूसरा नहीं देखा। 13 साल की उम्र में वे हिन्दी सत्याग्रही थे। वे लगातार हिन्दी के लिए लड़ते रहे। डॉ. वेद प्रताप वैदिक जी ने हस्ताक्षर अभियान चलाया, जिससे प्रभावित होकर लगभग 21 लाख लोगों ने अपने हस्ताक्षर बदले और हिन्दी में करना प्रारंभ किया।