ग्वालियर, मुरैना और भिंड में कर्फ्यू जारी, सात की मौत

मंगलवार, 3 अप्रैल 2018 (08:56 IST)
भोपाल। दलित संगठनों के भारत बंद के आह्वान पर सोमवार को मध्यप्रदेश में कुछ स्थानों पर हिंसा की घटनाओं के बाद मंगलवार को स्थिति नियंत्रण में है। इस बीच मृतकों की संख्या बढ़कर सात हो गई।
 
कर्फ्यूग्रस्त ग्वालियर, मुरैना और भिंड जिलों में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है। पुलिस संदिग्ध आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास में जुटी हुई है। कल की हिंसक घटनाओं में ग्वालियर में तीन, भिंड जिले में तीन और मुरैना में एक व्यक्ति की मौत हो गई है और कम से कम तीस व्यक्ति घायल हुए हैं। इनमें पुलिस अधिकारी कर्मचारी शामिल हैं।
 
मुरैना में सोमवार से ही कर्फ्यू जारी है। रात भर पुलिस की गश्त चलती रही है। सुबह भी लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है। चंबल के पुलिस महानिरीक्षक संतोष कुमार सिंह ने बताया कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। कानून किसी को भी हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा।
 
ग्वालियर से मिली सूचनाओं के अनुसार वहां भी कर्फ्यू जारी है। अतिरिक्त पुलिस बल लगातार गश्त कर रहा है। ग्वालियर जिले के डबरा में भी हालात अब नियंत्रण में हैं। वहां पर भीड़ ने पुलिस बल पर हमला किया था। गोली लगने के कारण ग्वालियर में दो और डबरा में एक व्यक्ति की मौत हुई है।
 
देशव्यापी बंद के दौरान भिंड जिले में भी सोमवार को काफी उपद्रव हुआ। जिले के मेहगांव, गोहद और लहार में उपद्रवियों और पुलिस के बीच चली गोली में तीन लोगों की मौत हुई है। वाहनों में तोडफोड और आगजनी हुई। हालात बिगड़ने पर प्रशासन ने हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में कर्फ्यू दिया था। इस उपद्रव में मेहगांव के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अनिल बनवारिया, पुलिस उपनिरीक्षक दीपक यादव और आरक्षक योगेश दीक्षित घायल हुए हैं। भिंड में भाजपा सांसद भागीरथ प्रसाद के घर पर भी पथराव किया गया।
 
भिंड जिले के लहार क्षेत्र के रौन थाना क्षेत्र के मछण्ड में महावीर सिंह राजावत (40) की गोली लगने से मौत हो गई थी। इस मामले में मछण्ड पुलिस चैकी के प्रधान आरक्षक रामकुमार दौहरे और आरक्षक सुल्तान राठौर के खिलाफ देर रात मामला दर्ज किया गया है। मेहगांव में उपद्रव के दौरान आकाश गर्ग के गोली लगने से मौत हुई, वहीं घायल प्रदीप जाटव की भी बाद में इलाज के दौरान मौत हो गई।  
 
भिंड जिले में सोमवार सुबह से ही हिंसा की शुरुआत हो गई। हाथ में लाठियां लेकर अनेक लोग सड़क पर उतर आए और बाजार बंद कराने के साथ सड़क पर चलने वाले वाहनों में तोडफोड शुरु कर दी थी। अब भिंड जिले को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। भिंड जिले के लहार, मेहगांव, गोहद और भिण्ड शहर में कर्फ्यू जारी है। स्कूल, कॉलेज, कोचिंग बंद करा दिए गए हैं। लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने और शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है।
 
राज्य के सभी 51 जिलों में प्रदेश पुलिस मुख्यालय स्थिति पर नजर रखे हुए है। प्रदेश पुलिस प्रशासन सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों से संपर्क में है। प्रदर्शन के दौरान श्योपुर, अशोकनगर, सागर, देवास और कुछ अन्य जिलों में भी छिटपुट घटनाएं हुई थीं। (वार्ता) 

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