विक्रमसिंह की रिपोर्ट पर टांडा पुलिस ने धारा 394 में प्रकरण दर्ज किया किया था। आरोपियों का पता लगाने के लिए धार एसपी राजेश हिंगणकर के निर्देशन में एसडीओपी सोहनपालसिंह चौधरी ने एक टीम बनाई जिसमें टांडा थाना प्रभारी आरबी सिंह, एएसआई नारायणसिंह कटारा, रमनसिंह नायक, किशनलाल मुलेवा, प्रधान आरक्षक उदलसिंह, आरक्षक प्रेमपाल, गंगाराम, तूफानसिंह, सैनिक देवेन्द्रसिंह शामिल थे।
कई वारदातों का आरोपी : आरोपी ठाकुर भील टांडा के संतोष जैन के घर की गई नकबजनी और ताराघाटी में टेम्पो वाले के साथ की गई लूट के मामले में भी शामिल था और लंबे समय से फरार था। ठाकुर की इन मामलों में भी गिरफ्तारी की गई। उसके पास से चांदी के 2 किलो गहने और 5000 रुपए नकद भी बरामद किए गए। उसे न्यायालय ने 30 मार्च तक पुलिस रिमाण्ड पर सौंपा है।