भूपेंद्र सिंह ने कहा, कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में किसानों को 12 घंटे बिजली देने का वादा किया था लेकिन सरकार अब किसानों को बिजली नहीं उपलब्ध करा पा रही है। इसके साथ ही सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि अब सरकार ने बजट में भी किसानों को केवल 10 घंटे बिजली देने की बात कही है।
इस पर ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने जवाब देते हुए कहा कि सरकार किसानों को अभी 10 घंटे बिजली दे रही है जिसमें दिन में 6 घंटे और रात में 4 घंटे बिजली दी जा रही है। जहां तक किसानों को 12 घंटे बिजली देने की बात है, उस पर सरकार जल्द ही फैसला करेगी। इसके लिए पूर्व क्षेत्र में बालाघाट और मध्यक्षेत्र में हरदा और होशंगाबाद में 10-10 घंटे बिजली देने का ट्रायल किया जा रहा है। चर्चा के दौरान विपक्ष ने सरकार पर अपने वचन पत्र को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया।
ऊर्जा मंत्री ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि पिछले 3-4 साल में मेंटनेंस के नाम पर केवल खानापूर्ति की गई और विधानसभा चुनाव से पहले पिछले साल भाजपा सरकार ने मेंटनेंस का काम नहीं किया, जिसके चलते ट्रिपिंग के मामले बढ़ गए। वहीं ऊर्जा मंत्री ने अपने जवाब में कहा कि प्रदेश में कहीं भी अघोषित बिजली कटौती नहीं की गई।