कमलनाथ ने सुश्री साहू को विधिवत कांग्रेस की सदस्यता दिलाई और कहा कि उनके परिवार का कांग्रेस से पुराना नाता रहा है और ये साहू की घर वापसी है। कमलनाथ ने कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ दल भाजपा उपचुनावों को लेकर खोखली घोषणाएं कर रही है, लेकिन मतदाता समझदार हैं और वे बहकावे में आने वाले नहीं हैं।
सुश्री पारूल साहू वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में सुरखी से भाजपा की टिकट पर पहली बार चुनाव जीतकर विधायक बनीं थीं, उस समत उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर गोविंद राजपूत को पराजित किया था। वर्ष 2018 के चुनाव में उन्हें टिकट नहीं मिला और उसके बाद से ही वे संगठन से नाराज बताई जा रही थीं।