देखें मध्यप्रदेश की बाढ़ की भयावहता को बयां करती 10 तस्वीरें..
रविवार, 30 अगस्त 2020 (15:20 IST)
मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से में भारी बारिश और बाढ़ की वजह से हालात बेहद खराब हैं। 12 जिलों में पानी ने भारी तबाही मचाई है। 28-29 अगस्त को हुई बारिश ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। नर्मदा नदी उफान पर है। नर्मदा ने साल 1999 की बाढ़ के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। सेना के हेलीकॉप्टर ने बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बात कर बाढ़ के हालातों की जानकारी दी। उन्होंने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण भी किया। देखें तस्वीरें, कैसे जलमग्न हुआ प्रदेश का पूर्वी हिस्सा...
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मध्यप्रदेश के बाढ़ग्रस्त इलाकों का हवाई दौरा कर स्थिति का जायज़ा लिया।
मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से में भारी बारिश और बाढ़ की वजह से हालात बेहद खराब हैं।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सभी नागरिक धैर्य बनाए रखें, हालात जल्द सामान्य हो जाएंगे।
प्रशासन पूरी तत्परता एवं सजगता से बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के प्रयास में लगा है।
होशंगाबाद के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य जारी है।
सेना के जवानों द्वारा जसलपुर समेत कई बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकाला गया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बात कर बाढ़ के हालातों की जानकारी दी।
इंदिरा सागर बांध का पानी तेजी से ओंकारेश्वर बांध में आने के कारण इस सीजन में पहली बार बांध के 23 में से 21 गेट खोले गए।
ओंकारेश्वर में सभी घाट जलमग्न हो गए हैं। घाटों तक लोगों की आवाजाही भी प्रतिबंधित कर दी गई है।