भोपाल। लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ की तरफ से किसानों को मैसेज भेजे जाने को भाजपा ने मुद्दा बना लिया है। आचार संहिता लगने के पहले ही किसानों के पास प्रदेश सरकार के कर्जमाफी न करने के संदेश पहुंचने को नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने किसानों के साथ प्रदेश सरकार का मजाक बताया है।
भार्गव ने कहा कि पहले आर्थिक तंगी और अब आचार संहिता का बहाना लेकर कमलनाथ सरकार कर्जमाफी से बच रही है। उनका कहना है कि रविवार को चुनाव आचार संहिता लगने के 4 घंटे पहले प्रदेश सरकार ने किसानों के मोबाइल पर आचार संहिता का हवाला देकर कर्जमाफी में असमर्थता के एसएमएस भेजे थे तथा प्रदेश सरकार की कभी भी यह मंशा नहीं रही कि किसानों का कर्ज माफ हो।
उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा कि क्या कांग्रेस सरकार अब भविष्यदृष्टा हो चुकी है? आज किसान खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है और वे लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को सबक सिखाएंगे। वहीं कांग्रेस अब किसानों के कर्जमाफी पर भाजपा के आरोपों का जवाब देने के लिए पूरी तैयारी से चुनावी मैदान में आने की तैयारी कर रही है।