भोपाल में विधानसभा भवन में मीडिया से बात करते हुए सिंधिया ने कहा कि राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद पार्टी गंभीर संकट और स्थिति से जूझ रही है और अब पार्टी को जल्द नए अध्यक्ष के नाम पर निर्णय ले लेना चाहिए। सिंधिया ने कहा कि 7 हफ्ते हो गए हैं, अब समय नहीं है और पार्टी को नए अध्यक्ष के नाम पर संयुक्त रूप से सामूहिक निर्णय लेना होगा। सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले राहुल गांधी अपने निर्णय पर अडिग रहेंगे। इसलिए अब पार्टी को नई ऊर्जा और व्यक्तित्व के धनी व्यक्ति को नेतृत्व की कमान सौंपनी चाहिए।
पार्टी जो जिम्मेदारी देगी उसको पूरा करूंगा : मीडिया से बातचीत में सिंधिया से जब भोपाल में पीसीसी दफ्तर के बाहर लगे उस बैनर के बारे में सवाल किया गया जिसमें उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की मांग की गई पर सिंधिया ने कहा कि उनकी राजनीति सत्ता और कुर्सी की दौड़ में नहीं है। वो जनसेवा के लिए राजनीति में है। सिंधिया ने साफ किया कि पार्टी जो जिम्मेदारी देगी उसको ईमानदारी से पूरा करेंगे। सिंधिया ने कहा, आज पार्टी को नई ऊर्जा के नेतृत्व की जरूरत है।
राहुल खुद तय करेंगे अपनी भूमिका : वहीं दूसरी ओर राहुल गांधी की पार्टी में नई भूमिका क्या होगी के सवाल पर सिंधिया ने कहा कि पार्टी में अब राहुल गांधी खुद अपनी भूमिका तय करेंगे। सिंधिया ने कहा कि पार्टी आज जिस स्थिति का सामना कर रही है उसकी कल्पना उन्होंने नहीं की थी। सिंधिया ने कहा कि आज समय कांग्रेस को पुनर्जीवित करने का और रिइन्वेंट करने का है।