भोपाल। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता ज्यातिरोदित्य सिंधिया और कमलनाथ समर्थक मंत्रियों के बीच कथित तीखी तकरार की खबरों की एक तरह से पुष्टि करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने मंत्रियों से अपील की है कि वे लाखों कांग्रेस कार्यकर्ताओं और जनता से मिले विश्वास का सम्मान करें तथा ऐसा कोई आचरण न करें जिससे उन्हें आघात पहुंचे। वहीं मामले पर भाजपा ने कटाक्ष करते हुए कहा है कि प्रदेश में सरकार नहीं, बल्कि सर्कस चल रहा है।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार बसपा, सपा और 4 निर्दलीय विधायकों के समर्थन से बहुत हल्के से बहुमत पर टिकी है। गुटों में विभाजित कैबिनेट मंत्रियों के बीच मतभेद की खबरों के चलते समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक जब-तब सरकार को आंख दिखाने लगते हैं।
इंदौर से भाजपा के वरिष्ठ विधायक रमेश मेंदोला ने इस बारे में कहा कि मध्यप्रदेश में सरकार नहीं, सर्कस चल रहा है। सरकार तो चल ही नहीं पा रही है, मंत्री आपस में इतना लड़-झगड़ रहे हैं कि सरकार चलाने का समय ही नहीं मिल पा रहा है। एक-दूसरे नेता को समझाने व मनाने में समय लग रहा है। प्रदेश में शासन-प्रशासन नाम की चीज नहीं रही।
इस बीच पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय सिंह ने शुक्रवार को जारी अपने बयान में प्रदेश के सभी मंत्रियों से अपील की है कि वे लाखों कांग्रेस कार्यकर्ताओं और जनता से मिले विश्वास का सम्मान करें और ऐसा कोई आचरण न करें जिससे कि उन्हें आघात पहुंचे। उन्होंने मंत्रिमंडल की बैठक में हुए कथित घटनाक्रम को दुखद बताया और कहा कि निश्चित ही इससे कार्यकर्ताओं और जिस जनता ने जनादेश दिया है, उसे कष्ट पहुंचा है।
इधर प्रदेश कांग्रेस की प्रवक्ता शोभा ओझा ने कैबिनेट मंत्रियों के बीच मतभेद के सवाल पर कहा कि कोई मतभेद नहीं है। बार-बार हम कह रहे हैं कि यह अफवाह है। खुद मंत्री तोमर ने कहा कि कोई मतभेद नहीं है। पूरी कैबिनेट, पूरे विधायक, पूरा संगठन आदरणीय कमलनाथजी के नेतृत्व तले एक है।