कमलनाथ ने सोमवार को मध्यप्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। कमलनाथ के शपथ ग्रहण में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राजीव शुक्ला, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, मंत्री डी शिवकुमार, पुडुचेरी के मुख्यमंत्री नारायणसामी, आनंद शर्मा, राज बब्बर, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र हुड्डा, उनके बेटे और सांसद दीपेंदर हुड्डा, पंजाब में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू भी मौजूद थे।
इस शपथ ग्रहण समारोह में राजस्थान के नए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी जयपुर में शपथ लेने के बाद कांग्रेस के अन्य नेताओं के साथ भोपाल पहुंचे। इस शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी एकता की पहली झलक दिखाई दी।
2019 में भाजपा और नरेंद्र मोदी को हराने के लिए मंच पर 10 राष्ट्रीय दलों के नेता एकजुट दिखाई दिए जिनमें राकांपा के शरद पवार, प्रफुल्ल पटेल, तेदेपा के चंद्रबाबू नायडू, लोजद के शरद यादव, नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारुक अब्दुल्ला, झारखंड मुक्ति मोर्चा के हेमंत सोरेन, द्रमुक के एमके स्टालिन, कनिमोझी और टीआर बालू, तृणमूल कांग्रेस के दिनेश त्रिवेदी, जेडीएस के पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी, राजद के तेजस्वी यादव सहित झारखंड विकास मोर्चा के बाबूलाल मरांडी भी थे।