सिंह ने बताया कि आरोपी सुधीर के परिवार के पास करोड़ों की संपत्ति है। उसके छोटे भाई नवीन की मौत हो चुकी है। उसकी विधवा से कमलेश का अफेयर चल रहा था। दोनों जून में शादी करने वाले थे। सुधीर को यह बात पसंद नहीं थी। वह चाहता था कि छोटे भाई की विधवा की शादी उनके किसी परिचित से हो, जिससे उनकी संपत्ति का बंटवारा नहीं हो। कमलेश से शादी होने पर छोटे भाई का हिस्सा उसकी विधवा को देना पड़ता।
सुधीर का एक दोस्त गोपाल संन्यासी इन दिनों प्रतापगढ़ जेल में बंद है। कमलेश की सुपारी देने के लिए सुधीर और धीरज उससे मिले। गोपाल ने उन्हें उसी जेल में बंद लाला गिरोह के सरगना आजम लाला से मिलवाया। आजम लाला ने 50 लाख रुपए में कमलेश की सुपारी ली और उसमें से पांच लाख रुपए नकद अपने बेटे जैद को अखेपुर जाकर देने के लिए कहा। बाकी 45 लाख रुपए दिलवाने की जिम्मेदारी गोपाल ने ली थी।