2018 के विधानसभा चुनाव में बड़ा मलहरा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुने गए प्रद्युम्न सिंह लोधी ने भाजपा की ललिता यादव का हराया था जो भाजपा की सीटिंग विधायक भी थी। बुंदेलखंड में आने वाला छतरपुर जिला जो भाजपा की दिग्गज नेता उमा भारती के खास प्रभाव वाला इलाका माना जाता है, वहां से कांग्रेस विधायक का भाजपा में शामिल होने उमा भारती के प्रदेश की सियासत में बढ़ते दखल के तौर पर देखा जा रहा है।
सूबे में उपचुनाव की सियासी सरगर्मी के बीच कांग्रेस विधायक का भाजपा के खेमे में जाने को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। मार्च में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने वाले 22 विधायकों के बाद अब प्रद्युम्न सिंह लोधी 23 वें विधायक बन गए है जिन्होंने कमलनाथ की कांग्रेस को अलविदा कह दिया है।