मध्य प्रदेश में एक बार फिर भारी बारिश का दौर शुरु होने से अब इंसान के साथ –साथ भगवान भी परेशान नजर आ रहे है। पहले बारिश के चलते गणेश उत्सव का फीका होना और अब ठीक दुर्गा पूजा के समय बारिश होने से नवरात्र की तैयारियों पर पानी फिरता दिख रहा है। बात चाहे मंदसौर के प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर की हो जहां एक बार फि मंदिर परिसर में पानी भर गया है या भोपाल में लाखों की लगात से बन रहे भव्य दुर्गा पंडालों की सभी बारिश से बेहाल है।
प्रदेश में मूसलाधार बारिश ने पहले गणेश उत्सव की धूम को किरकिरा किया तो अब दुर्गा पूजा की तैयारियों पर खासा असर डाला है। भोपाल में लगातार बारिश ने नवरात्र पर दुर्गा पूजा समितियों की तैयारियों में बुरी तरह खलल डाला है। बारिश ने दुर्गा पूजा की तैयारियों में इस कदर व्यवधान डाला है कि एक दिन पहले तक भोपाल के अधिकांश दुर्गा पूजा पंडालों का काम पूरा नहीं हो सका है।
राजधानी के बिट्टन मार्केट में मदुरई के मीनाक्षी मंदिर की तर्ज पर 50 लाख से अधिक की लागत से बना रहा दुर्गा पंडाल का काम अब तक अधूरा है। वेबदुनिया की टीम ने जब दुर्गा पंडाल का जायजा लिया तो देखा कि बारिश के बीच युद्ध स्तर पर पंडाल को पूरा करने का काम जारी है। बिट्टन मार्केट दुर्गा उत्सव समिति के संरक्षक सुनील पांडे वेबदुनिया से बातचीत में कहते हैं कि पिछले दो महीने से कलकत्ता के 200 करीगर भव्य मीनाक्षी मंदिर के निर्माण में जुटे हुए है लेकिन बारिश के कारण अब तक काम नहीं पूरा हो पाया। वह मानते हैं कि लगातार बारिश के चलते लोगों के साथ उन लोगों के उत्साह में भी कुछ कमी आई है लेकिन समय तक सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएगी।
इसी तरह राजधानी के न्यू मार्केट इलाके में 20 लाख की लागत से बनी रामायण मंदिर की झांकी भी बारिश के चलते अब तक पूरी नहीं हो पाई है। लगातार बारिश के चलते न तो अभी पंडाल बन पाया है और न ही व्यवस्था पूरी हो सकी है। समिति के संयोजक अजय अग्रवाल कहते हैं कि पहले गणेश उत्सव के दौरान बारिश ने खलल डाला और अब दुर्गा पूजा पर भी इसका असर दिखाई दे रहा है।