सीहोर के आष्टा से खरीदी केंद्रों की जो तस्वीर सामने आई है वह बताती हैं कि किसानों की मेहनत पर एक बार फिर पानी फिर गया है। खरीदी केंद्र पर खुले में रखा सैकड़ों क्विंटल गेहूं भीग गया है वहीं लापवाही का आलम ये भी है कि बारिश की पहले से चेतावनी के बाद भी खरीदी के बाद बोरे में रखे गेहूं की सुरक्षा को लेकर कोई इंतजाम नहीं किए गए जिससे वह अब बारिश में भीगकर खराब हो रहा है।
निसर्ग तूफान का सबसे ज्यादा असर पश्चिमी मध्यप्रदेश के इंदौर, उज्जैन, भोपाल और होशंगाबाद संभाग में देखा जा रहा है और यहां लगातार बारिश का दौर जारी है।