इंदौर। डाकघर प्रधान कार्यालय (GPO) द्वारा मध्य प्रदेश डाक सर्कल के इंदौर शहर डाक विभाग के सभागार में कार्यालय के समस्त अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए 'नारकोटिक्स और साइबर अपराध सुरक्षा' सत्र का आयोजन किया। इसका मुख्य उद्देश्य नारकोटिक्स और साइबर क्राइम से संबंधित विषयों पर जीपीओ के अधिकारियों व कर्मचारियों को सुरक्षा व समाधान से संबंधित व्याख्यान देना था, जिसके मुख्य वक्ता संतोष हाड़ा उपपुलिस अधीक्षक, राष्ट्रीय साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट प्रो. गौरव रावल व युवा वयवसायी अमित ठक्कर थे।
प्रधान कार्यालय प्रबंधक ओपी चौहान ने सभी अतिथियों का स्वागत पौधा देकर किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि बच्चों को नशे की संगति में देखकर मुझे दुःख होता है और आज कल साइबर के माध्यम से जो अपराध हो रहे हैं, उन्हें रोकने के लिए हमने यह सत्र रखा।
प्रो. श्री गौरव रावल ने साइबर सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण पहलुओं, साइबर अपराध, साइबर अपराध मे पहचान की चोरी (identity theft), साइबर स्टॉकिंग, सोशल इंजीनियरिंग तथा ऑनलाइन गेम से होने वाले खतरों से अवगत कराते हुए सुरक्षा उपायों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। प्रो. रावल ने समझाया कि किसी भी व्यक्ति के साथ कंप्यूटर अपराध का होता है, तो तुरंत स्थानीय पुलिस, क्राइम ब्रांच या साइबर पुलिस को इसकी सूचना दें या www.cybercrime.gov.in के माध्यम से ऑनलाइन रिपोर्ट करें।
डीएसपी श्री संतोष हाड़ा ने नशे से दूर रहने एवं नशे से मानसिक, आर्थिक, सामाजिक, पारिवारिक एवं स्वास्थ्य पर होने वाले कुप्रभावों की जानकारी दी। अमित ठक्कर ने किसी भी प्रकार की लत से बचने व अपने जीवन का सार मादक पदार्थों में खोजने के खतरों की जानकारी दी। कार्यालय स्टाफ में से एक महिला ने बताया कि मैं अपने आसपास नशा का ऐसा माहोल देखती हूं तो मैं अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित रहती हूं। आज मुझे विश्वास है कि नारकोटिक्स विंग व साइबर एक्सपर्ट के सहयोग से हमें जल्द इस समस्या से समाधान के तरीके मिलेंगे। कार्यक्रम का संचालन ओपी चौहान के नेतृत्व में स्टाफ के द्वारा किया गया। कार्यक्रम का समापन चौहान द्वारा सभी को धन्यवाद देकर किया गया।