इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि मामले में जांच चल रही है तथा धोखाधड़ी की यह राशि 100 करोड़ तक होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि मामले में 17 अगस्त को मोहन अग्रवाल, उनके बेटे मोहित व तरुण के साथ अन्य कारोबारी आयुष अग्रवाल और लोकेश अग्रवाल सहित अब तक 7 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
उन्होंने बताया कि उप मंडल अधिकारी अभिलाष मिश्रा को डोंगरगांव इलाके में मोहन अग्रवाल के गोदाम होने के जानकारी मिलने पर वहां 17 अगस्त को छापा मारा गया। आरोपियों ने पीडीएस के लाभार्थियों को कम चावल, गेंहू, और केरोसिन बेचा और भारी मात्रा में जमाखोरी कर इसे बड़े लाभ के साथ खुले बाजार में बेच दिया।