अंबेडकर ने पिछड़े वर्ग के लोगों से अपने वोट की ताकत पहचानने का आह्वान करते हुए कहा कि पिछड़े वर्ग के लोगों को अपना वोट चुनाव में केवल पिछड़े, आदिवासी और दलित वर्ग के उम्मीदवार को देकर सत्तासूत्र अपने हाथ में लेना होगा।
उन्होंने केंद्र की भाजपा नीत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सरकार दोबारा आई तो हम जो यह बात करते हैं, यह बात करने का अधिकार भी छीन लिया जाएगा। इसलिये अपने अधिकार बरकरार रखने और संविधान की रक्षा के लिए हमें लड़ना होगा।