भोपाल। ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा में शामिल हुए अब लंबा वक्त बीत चुका है लेकिन अब भी उनका खेमा संगठन से लेकर सरकार तक अलग-थलग ही नजर आता है। इतना ही नहीं सिंधिया समर्थक नेता भी अपने महाराज के प्रति पूर्व समर्पित नजर आते है। इन दिनों मध्यप्रदेश की सियासत में सिंधिया समर्थक एक नेता की पोस्ट खूब वायरल हो रही है। वहीं सिंधिया भी अपने समर्थक नेताओं को ही तरजीह देने में पीछे नजर नहीं आ रहे है।
महाराज हैं तो मुमकिन है की पोस्ट वायरल-मध्यप्रदेश की सियासत में सिंधिया समर्थक नेताओं की पहचान अलग ही होती है, और यह नेता अपने महाराज के प्रति पूर्ण समर्पित भी नजन आते है। वहीं अब केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कट्टर समर्थक पूर्व विधायक जयपाल सिंह जज्जी ने तो अपने महाराज की तुलना सीधे पीएम मोदी से कर दी। दरअसल पूर्व विधायक जजपाल जज्जी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर एक पोस्ट की जिसमें उन्होंने सड़कों के प्रस्ताव को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से उनकी मुलाक़ात का ज़िक्र और तस्वीरें शेयर की हैं। यहाँ तक तो सब ठीक है, लेकिन इस पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि श्रीमंत के नेतृत्व में ज़िले की सड़क के प्रस्ताव को लेकर माननीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी जी से भेंट की। महाराज हैं तो मुमकिन है।
गौरतलब है कि भाजपा आधिकारिक तौर पर मोदी है तो मुमकिन है का स्लोगन चुनावी मंचो से लेकर सोशल मीडिया तक कहती आई है। ऐसे में अब मोदी के बाद महाराज हैं तो मुमकिन की पोस्ट ने सियासी गलियारों में नई बहस छेड़ दी है। सिंधिका खेमे के नेता की महाराज हैं तो मुमकिन है वाली पोस्ट उनकी अपने महाराज के प्रतिबद्धता को ज़ाहिर करती है।
प्रभारी मंत्रियों की नियुक्ति में सिंधिया का दखल-पिछले दिनों लंबे इंतजार के बाद जब जिलों के प्रभारी मंत्रियों की नियुक्ति की गई है तो उसमें सिंधिया अपने खेमे के नेताओं को ही तरजीह देते नजर आए। सिंधिया के प्रभाव वाले क्षेत्र ग्वालियर का प्रभारी मंत्री उनके कट्टर समर्थक तुलसी सिलावट को बनाया गया है। वहीं उनके संसदीय क्षेत्र के गुना जिले का प्रभारी मंत्री उनके कट्टर समर्थक गोविंद सिंह राजपूत और शिवपुरी का प्रभारी मंत्री उनके समर्थक प्रदुय्यमन सिंह तोमर को बनाया गया।
वहीं इसके साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया जब इस बार गुना-शिवपुरी से चुनाव जीते है लेकिन वह ग्वालियर में खासा सक्रिय नजर आ रहे है। दरअसल ग्वालियर से भारत सिंह कुशवाह भाजपा के टिकट पर सांसद चुने गए है जो विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के करीबी माने जाते है जबकि तोमर और सिंधिया के बीच सियासी वर्चस्व स्थापित करने की प्रतिस्पर्धा किसी से छिपी नहीं है। ऐसे में ग्वालियर में अपने समर्थक तुलसी सिलावट को प्रभारी मंत्री बनाकर सिंधिया ने अपने वर्चस्व बढ़ाने की कोशिश की है।