उन्होंने बताया कि जैन वर्ष 1983 से प्रदेश सरकार की सेवा में हैं। उन्होंने वेतन और आय के अन्य वैध जरियों से अब तक लगभग 1 करोड़ रुपए कमाए हैं, जबकि लोकायुक्त पुलिस के छापों में उनकी 2 करोड़ रुपए से ज्यादा मूल्य की चल-अचल संपत्ति का खुलासा हुआ है।
गर्ग ने बताया कि लोकायुक्त पुलिस के छापों से पता चला कि जैन की बेहिसाब संपत्ति में इंदौर में फ्लैट, तीन मंजिला हॉस्टल और वाणिज्यिक परिसर शामिल हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जैन के घर से लगभग 3 लाख रुपए की नकदी बरामद की गई है। उनके और उनके परिवार वालों के करीब 10 बैंक खातों की जानकारी भी मिली है। गर्ग ने बताया कि विस्तृत जांच और मूल्यांकन के बाद सरकारी अधिकारी की बेहिसाब संपत्ति का आंकड़ा बढ़ सकता है। (भाषा)