इंदौर। मध्यप्रदेश के मंदसौर में बलात्कार और जानलेवा हमले की शिकार सात वर्षीय स्कूली बच्ची यहां शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (एमवायएच) में इलाज के बाद जिंदगी की जंग जीत गई है, लेकिन वह दिल दहला देने वाली इस वारदात के कारण अब भी सदमे में है।
कक्षा तीन में पढ़ने वाली पीड़ित बच्ची को मंदसौर से बुधवार रात गंभीर हालत में एमवायएच लाया गया। उसे इस अस्पताल के बाल शल्य चिकित्सा विभाग के वॉर्ड में भर्ती किया गया है। एमवायएच के बाल शल्य चिकित्सा विभाग के प्रमुख ब्रजेश लाहोटी ने आज बताया, बच्ची की कल रात सर्जरी की गई है. इसके बाद उसकी हालत खतरे से बाहर है।
लाहोटी ने धारदार हथियार से बलात्कारी हमलावर के वारों से बच्ची को आई चोटों का हालांकि विशिष्ट ब्योरा नहीं दिया, लेकिन बताया कि ये घाव गंभीर हैं और इन्हें भरने में कुछ दिन लगेंगे। उन्होंने बताया कि बच्ची वारदात के कारण फिलहाल स्वाभाविक तौर पर सदमे की स्थिति में है।
लाहोटी ने कहा, विशेषज्ञ डॉक्टर बच्ची की सेहत पर लगातार नजर रख रहे हैं। उसकी हालत स्थिर बनी हुई है। उसकी सेहत में लगातार सुधार हो रहा है। उन्होंने बताया कि एमवायएच में इलाज के दौरान बच्ची को खून भी चढ़ाया गया है। फिलहाल उसे ठोस आहार नहीं दिया जा रहा है। हालांकि उसे पानी पिलाए जाने की इजाजत दी गई है। मंदसौर में स्कूली बच्ची से बलात्कार के बाद हमलावर ने हत्या के इरादे से धारदार हथियार से उसे गंभीर चोटें पहुंचाई थीं।