इंदौर। कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित इंदौर जिले के सांवेर विधानसभा क्षेत्र में मंगलवार को उपचुनाव के दौरान महामारी के डर पर मतदाताओं का उत्साह भारी पड़ा। ग्रामीण आबादी की बहुतायत वाले इस क्षेत्र में लगभग 78 प्रतिशत मतदान के साथ 13 उम्मीदवारों का चुनावी नसीब इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में कैद हो गया।
अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सांवेर सीट के लिए कुल 13 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे, जबकि 2.70 लाख लोगों को मताधिकार हासिल था। उपचुनाव के दौरान भाजपा उम्मीदवार तुलसीराम सिलावट और कांग्रेस प्रत्याशी प्रेमचंद बौरासी गुड्डू के बीच कांटे की टक्कर हुई जिसका नतीजा 10 नवंबर को वोटों की गिनती से पता चलेगा।
भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि वैध पहचान पत्र दिखाने के बावजूद कुछ मतदाताओं को इस केंद्र में वोट डालने से रोकने की कोशिश की गई। उधर, कांग्रेस नेताओं ने निजी मेडिकल कॉलेज में मतदान केंद्र बनाए जाने को लेकर आपत्ति जताते हुए वहां कुछ लोगों द्वारा फर्जी पहचान के आधार पर वोट डाले जाने का आरोप लगाया। (भाषा)