भोपाल। मध्यप्रदेश के किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अब उन्हें खेती के साथ-साथ फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र से भी जोड़ा जाएगा जिससे की उनकी आय दोगुनी हो सकें। यह कहना प्रदेश सरकार के उद्यानिकी मंत्री भारत सिंह कुशवाह का। वेबदुनिया से खास बातचीत में उद्यानिकी मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के मिशन को साकार करने के लिए प्रदेश का उद्यानिकी विभाग कार्ययोजना बनाकर उसको मिशन मोड पर पूरा कर रहा है। वहीं कोरोना काल में आयुष औषधियों की बढ़ी डिमांड को पूरा करने के उद्यानिकी विभाग आयुष औषधियों की खेती को बढ़ावा देने पर फोकस कर रहा है।
वेबदुनिया से खास बातचीत में मंत्री भारत सिंह कुशवाह कहते है कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण के लिए किसानों का आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का फोकस है। किसानों की आय दोगुनी करने के लिए उद्यानिकी विभाग लगातार काम कर रहा है। विभाग एक जिला-एक उत्पाद योजना के तहत मसाला, फल और सब्जी के लिये चयनित जिलों में उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए किसानों के साथ लगातार संवाद भी कर रहा है।
किसानों को रबी और खरीब की फसल के साथ उद्यानिकी की फसलों (सब्जी, फल और मसाला) की खेती के प्रोत्साहित करने के लिए विभाग नई योजना बनाकर उनको धरातल पर उतार रहा है। सब्जी मसाला और फल की खेती करने वाले किसानों को विभाग की ओर से सब्सिडी भी दी जा रही है। किसानों को फल, सब्जी और मसाला फसलों की उन्नत किस्म के बीजों को उपलब्ध कराने के लिए विभाग केरल, असम सहित अन्य राज्यों से बीच खरीदेगा।
फूड प्रोसेसिंग से किसानों को मिलेगा रोजगार- 'वेबदुनिया' से बातचीत में उद्यानिकी मंत्री कहते हैं कि मध्यप्रदेश में पहली बार कच्चे उत्पादों की फूड प्रोसेसिंग के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर उसको धरातल पर उतारा जा रहा है। सरकार किसानों को अब खेती के साथ उनके उत्पादों की प्रोसेसिंग के लिए बढ़ावा देने के लिए फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने के लिए 35 फीसदी सब्सिडी दे रही है।
इन फूड प्रोसेसिंग यूनिट से किसान परिवार से जुड़े युवाओं क स्थानीय स्तर पर रोजगार मिल सकेगा। प्रदेश सरकार 2024 तक दस हजार 500 यूनिट लगाने के लिए 500 करोड़ की सब्सिडी देने जा रही है। मध्यप्रदेश देश में फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में अग्रणी राज्यों की श्रेणी में आ जाएगा।
आयुष औषधियों के उत्पादन में MP बनेगा रोल मॉडल- वेबदुनिया से बातचीत में उद्यानिकी मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि कोरोना काल में आयुष औषधियां इम्युनिटी बढ़ाने में काफी कारगर साबित हुई है। ऐसे में औषधियों की डिमांड को पूरा करने के लिए उद्यानिकी विभाग लगातार औषधि कृषि को बढ़ावा देने के लिए लोगों को प्रोत्साहित कर रहा है।
उद्यानिकी मंत्री ने कहा कि औषधि उत्पादन के लिए किसान भाई के साथ निजी क्षेत्र भी रुचि दिखा रहा है। हमारा लक्ष्य हैं कि इम्युनिटी से जुड़ी औषधि के उत्पादन में मध्यप्रदेश को देश में एक ऐसी पहचान दी जाए जिससे आवश्यकता पड़ने पर राज्य औषधियों का निर्यात विदेशों के साथ-साथ देश के अन्य राज्यों को भी कर सकेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में देवारण्य योजना के माध्यम से आयुष औषधियों के उत्पादन की एक पूरी वैल्यू चेन को विकसित किया जाएगा।