कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रसिद्ध कवि अशोक चक्रधर ने कहा कि ओम व्यास ओम सबके हृदय में स्थापित हैं। ओम जैसा कल्पनाशील, सौंदर्य शास्त्री कवि आज तक नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि वो कवि ही नहीं चित्रकार था, चित्रकार ही नहीं मूर्तिकार था, मूर्तिकार ही नहीं कलाकार था।
इस अवसर पर ओम की 93 वर्षीय माता प्रेमलता व्यास का मंत्रोच्चार के बीच शाल, श्रीफल, स्मृति चिह्न भेंटकर आत्मीय अभिनंदन किया गया। (वार्ता)