सूचना पर तीनों व्यक्तियों को पुलिस ने अभिरक्षा में लिया। पूछताछ के दौरान उन्होंने अपना नाम रुस्तम अली (35), अब्बुल हुसैन (65) तथा निजामुद्दीन (25) बताया। तीनों ने रोहिंग्या मुसलमान होना स्वीकार करते हुए बताया कि वे म्यांमार में हो रहे दंगों के कारण बांग्लादेश होते हुए भारत पहुंचे थे।