आयोग ने कहा है कि मीडिया में टिकमगढ़ में किसानों के उत्पीड़न को लेकर जो रिपोर्ट आईं हैं अगर वे सही हैं तो यह किसानों के मानवाधिकारों का हनन है। लिहाजा, राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक चार सप्ताह में इस मामले की रिपोर्ट पेश करें।
टीकमगढ़ जिले को सूखा-ग्रस्त घोषित करने की मांग को लेकर मंगलवार को कलेक्टर ऑफिस के बाहर कांग्रेसियों के साथ मिलकर किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया था। विरोध प्रदर्शन से लौट रहे किसानों से भरी दो ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को देहात पुलिस ने रोक लिया। किसानों ने आरोप लगाया कि उन्हें कपड़े उतारकर लॉकअप में बंद कर दिया। इस दौरान कपड़े उतरवाकर उनकी जमकर पिटाई की गई।