प्रत्येक इंसान के मित्र और शस्त्रु होते हैं। प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों की प्रकार के शत्रु से बचने के महाभारत में कई तरीके बताए गए हैं। लेकिन हम आपको कुछ अलग ही बताना चाहते हैं। इंसान का दूसरे इंसान से आपसी टकराव, संघर्ष और कलह होने के कुछ कारण हैं। उनमें से पहला यह है कि उनके भीतर साहस, अनुशासन और संयम की जगह ईर्ष्या, द्वेष और क्रोध होता है। इसी कारण मनचाहे लक्ष्य को पाना मुश्किल हो जाता है।