जलील ने कहा कि जरांगे अन्य समुदायों के सदस्यों पर आरोप नहीं लगाते तथा सद्भाव और मानवता की बात करते हैं। हाल में हुए लोकसभा चुनावों के दौरान जरांगे की अगुवाई वाले मराठा आंदोलन का केंद्र रहे मराठवाड़ा क्षेत्र में मतों का काफी विभाजन हुआ था। इसे बीड सीट से भाजपा की ओबीसी नेता पंकजा मुंडे की मामूली अंतर से हार का कारण माना जाता है।
इस बीच जरांगे ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले उन्होंने मराठा समुदाय की आरक्षण संबंधी मांग को पूरा नहीं किया। चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद जालना के अंतरवाली सराटी गांव में मीडिया को संबोधित करते हुए जरांगे ने मराठा समुदाय से अगले महीने होने वाले चुनाव में शत-प्रतिशत मतदान सुनिश्चित कर अपनी ताकत दिखाने की अपील की।
जरांगे ने कहा कि निर्णय लेना उनके (सत्तारूढ़ दलों के) हाथ में था। लेकिन अब समुदाय तय करेगा कि आपको सत्ता में वापस लाना है या नहीं। सरकार बनाते समय समुदाय को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। मराठों ने 14 महीने तक अपनी ताकत दिखाई है और अब उन्हें मतदान के जरिए अपनी ताकत दिखानी चाहिए। उन्होंने कहा कि मराठों को अपने बच्चों के भविष्य के लिए वोट देना चाहिए, किसी राजनीतिक पार्टी के लिए नहीं।(भाषा)