सावंत ने कहा कि मैं महिलाओं को उनका उचित सम्मान दिलाने में हमेशा आगे रहा हूं। मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया और मुझे जानबूझकर निशाना बनाया गया। इससे मुझे दुख हुआ। फिर भी अगर मेरी टिप्पणी से किसी की भावनाएं आहत हुई हैं तो मैं इसके लिए खेद व्यक्त करते हुए माफी मांगता हूं। मैंने 55 साल के सार्वजनिक जीवन में कभी महिलाओं का अपमान नहीं किया।
उन्होंने सवाल किया कि जब अन्य राजनीतिक नेताओं ने पहले महिला नेताओं को जर्सी गाय और शूर्पणखा कहा तो क्या कार्रवाई की गई। ऐसी टिप्पणियों से महिलाओं का सम्मान हुआ?...राज्य के एक मंत्री ने सुप्रिया सुले के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की। क्या कोई कार्रवाई की गई? उनकी टिप्पणी को लेकर विवाद राजनीतिक कारणों से खड़ा किया गया।
इसके बाद शिवसेना नेता शाइना ने सावंत के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 79 (शब्दों, इशारों, ध्वनियों के माध्यम से एक महिला का अपमान करना) और 356 (2) (मानहानि) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई।